- 4 नवंबर की देररात वारदात को दिया अंजाम

- 12 बजे से 2 बजे के बीच वारदात को दिया अंजाम

- 8 लग्जरी गाडि़यों पर हाथ साफ किया

- 5 चोरों ने वारदात को दिया था अंजाम

- 40 सीसीटीवी में कैद हुए चोर

- 4 लग्जरी गाडि़यां पुलिस ने की बरामद

- 2 अभियुक्तों को किया गिरफ्तार

- गैंग में पांच सदस्यों ने किया था वारदात को अंजाम

- एक बार नहीं बल्कि दो बार में चुराई गई थी 8 गाडि़यां

- कुछ दिन पहले गैंग के तीन सदस्य जमानत पर जेल से छूट कर आए थे

ये गाडि़यां बरामद

UP 42 Y 4804 बीएमडब्ल्यू एक्स-3

UP 32 HJ 8740 फोर्ड इंडीवर

UP 65 BQ 2100 ऑडी क्यू-3

UP 78 EK 4955 आई-0

LUCKNOW: महानगर पुलिस ने कनक कार बाजार से चोरी 8 लग्जरी गाडि़यों में से 4 गाडि़यों को बरामद करने का दावा किया है। बरामद गाडि़यों में बीएमडब्ल्यू, ऑडी, इंडिवर और आई-20 शामिल हैं। पुलिस ने गाडि़यों के साथ 2 अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर पूरी घटना के खुलासे का दावा किया है। हालांकि चोरी की वारदात को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। पुलिस ने केजीएमयू के अलग-अलग डिपार्टमेंट के बाहर से चोरी की 4 लग्जरी गाडि़यां बरामद की हैं। वहीं महानगर पुलिस अन्य गाडि़यों की लोकेशन भी ट्रेस करने का दावा कर रही है।

2 घंटे में उड़ाई थी 8 गाडि़यां

महानगर के बादशाहनगर मेट्रो स्टेशन के कनक कार बाजार से मंगलवार को चोरों ने ऑडी, इंडीवर, इनोवा और आई-20 समेत 8 लग्जरी गाडि़यों पर हाथ साफ किया था। पुलिस के अनुसार चोरों ने रात 12 से 2 बजे के बीच वारदात को अंजाम दिया था। कार बाजार मालिक कासिफ के मुताबिक चोरों ने शातिर तरीके से मेनगेट का ताला तोड़ा और अलमारी तक पहुंचे। इसके बाद अलमारी का ताला तोड़कर लॉकर में रखी गाडि़यों की चाबियां निकालकर गाडि़यां उड़ा ले गए थे।

40 सीसीटीवी फुटेज में चोर कैद

एसएसपी कलानिधि नैथानी के अनुसार कार बाजार का गेट तोड़ केजीएमयू तक पहुंचने के दौरान शातिर करीब 40 सीसीटीवी में कैद हुए। रात 11:40 बजे कार बाजार का गेट तोड़ते समय एक आरोपी सीसीटीवी में कैद हुआ था। उसके हाथ में लोहे की रॉड थी, जिससे उसने मेनगेट का ताला तोड़ा था।

गैंग के 5 लोगों ने वारदात को दिया अंजाम

चोरी करने वाले रंजीत उर्फ मंगलेश गैंग के सदस्य थे। गैंग के पांच सदस्यों ने वारदात को अंजाम दिया। इसमें से पुलिस ने हरदोई निवासी रामजी शुक्ला उर्फ श्याम जी को गिरफ्तार किया है। वह पावर हाउस कॉलोनी काकोरी में किराए का कमरा लेकर रहता है और ड्राइविंग का काम करता है जबकि दूसरा साथी दीपक चौरसिया मूलरूप से उन्नाव के बांगरमऊ का रहने वाला है और दुबग्गा के ठाकुरगंज के पास रहता है। दीपक लालबाग स्थित पूजा इंटरप्राइजेज कार बाजार में कर्मचारी है। गैंग का मास्टरमाइंड रंजीत उर्फ मंगलेश गोस्वामी मूलरूप से श्रावस्ती का रहने वाला है। चौथा सदस्य मोनू है। वहीं एक अन्य साथी भी वारदात में शामिल था, जिसकी पहचान नहीं हो सकी है।

दो बार में चुराई थी गाडि़यां

एसपी टीजी राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि गैंग ने दो बार में कार बाजार से गाडि़यां चुराई थी। रात 12 से 2 बजे के बीच चार सदस्य आए और उन्होंने चार अलग-अलग गाडि़यां वहां से निकाली। चारों गाडि़यों को मेडिकल कॉलेज कैंपस के अलग-अलग डिपार्टमेंट के बाहर खड़ी कर दी। दोबारा चारों वापस कार बाजार फिर पहुंचे और चार गाडि़यों को चुरा ले गए। हालांकि पुलिस की यह कहानी गले नहीं उतर रही है। एक वारदात को अंजाम देने के बाद चोर इतना बड़ा रिक्स कैसे ले सकते हैं?

केजीएमयू को बनाया डंपिंग जोन

चोरों ने लग्जरी गाडि़यों को चुराने के बाद केजीएमयू को डंपिंग जोन बनाया ताकि पुलिस को शक न हो सके। इसके लिए एक गाड़ी उन्होंने शताब्दी गेट के पास बने स्टैंड पर लगाई जबकि दूसरी रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट के बाहर और तीसरी एमबीबीएस स्टूडेंट हॉस्टल के बाहर खड़ी की थी। वहां अक्सर लग्जरी गाडि़यां खड़ी रहती हैं और लोगों का भी आना जाना रहता है, जिससे किसी का ध्यान चोरी की गाडि़यों पर नहीं जा सकता था।

तीन माह पहले जमानत पर छूटे थे

गैंग का सरगना रंजीत उर्फ मंगलेश गोस्वामी और दीपक चौरसिया बलरामपुर से वाहन चोरी और हत्या के प्रयास के मामले में जेल गए थे। उनके साथ एक साथी और था जिसकी डिटेल अभी पुलिस के हाथ नहीं लगी है। तीनों तीन माह पहले जमानत पर जेल से छूटे थे, जिसके बाद उन्होंने वारदात को अंजाम दिया।

पुलिस ऐसे पहुंची गैंग तक

पुलिस ने वारदात के खुलासे को दस टीम बनाई थी, जो सीसीटीवी फुटेज के साथ सर्विलांस और वाहन चोरी करने वाले गैंग पर काम कर रही थी। पुलिस के राडार पर दो गैंग थे, जिस तरह की वारदात को अंजाम दिया गया था उसमें मंगलेश गैंग के शामिल होने की आशंका थी। यह गैंग कार का लॉक तोड़ना नहीं बल्कि चाबी चुराने के बाद गाड़ी चुराता है। छानबीन में पता चला कि गैंग का मास्टरमांइड जमानत पर बाहर है, जिसके बाद पुलिस के लिए उसे राडार पर लेना आसान हो गया।

इस रूट से पहुंचे थे केजीएमयू

कार बाजार से गाडि़यों को चुराने के बाद चारों गाडि़यों को लेकर बादशाहनगर रेलवे स्टेशन से निशातगंज, डालीगंज होते हुए केजीएमयू पहुंचे थे।

फिल्डिंग लगाने के बाद भी नहीं चढ़ा हत्थे

पुलिस मंगलवार शाम को ही गैंग के सदस्यों तक पहुंच गई थी। रात भर पुलिस केजीएमयू में खड़ी गाडि़यों पर निगाह लगाए हुए थी, लेकिन मंगलेश गाड़ी उठाने नहीं पहुंचा। इसके बाद पुलिस ने दीपक और रामजी को अरेस्ट कर लिया। आशंका जताई जा रही है कि मंगलेश उर्फ रंजीत को भनक लग गई, जिसके बाद वह फरार हो गये। वहीं पुलिस बाकी की चार गाडि़यां की खोजबीन में लगी है।

पहले भी चुराई थी फॉच्र्यूनर

गैंग के सरगना मंगलेश ने कार बाजार के मालिक मो। कासिफ की फॉच्र्यूनर गाड़ी पॉलीटेक्निक से पहले भी (2019) चुराई थी। यह गाड़ी पर्सनल नहीं थी बल्कि कार बाजार में आकर बिकने के लिए खड़ी की गई थी। हालांकि पुलिस ने उस गाड़ी को कुछ दिन बाद हरदोई से बरामद कर लिया था।

बॉक्स

करोड़ों का कारोबार सुरक्षा एक पैसे की नहीं

कनक कार बाजार में करोड़ों कीमत की गाडि़यां खड़ी रहती है। सुरक्षा के नाम पर मात्र चार सीसीटीवी लगे हैं। इस लेकर एसएसपी ने व्यापारियों ने अपील की है कि ऐसे संस्थान व कैंपस की सुरक्षा पर ध्यान दें और प्राइवेट सिक्योरिटी की मदद लें।

Posted By: Inextlive