- फर्जी मतदान को लेकर हुई कहासुनी के बाद बढ़ा विवाद

- पुलिस ने दबिश देकर आठ लोगों को हिरासत में लिया

Kithore : ललियाना में एक बार फिर चुनावी रंजिश खूनी संघर्ष का सबब बन गई। दो पक्षों में कहासुनी के बाद जमकर हुई पथराव व फाय¨रग हुई। जिसमें आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर घायल हो गए। घटना की सूचना पर पुलिस-प्रशासन में हड़कंप मच गया। सीओ किठौर तुरंत पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। मामले की जानकारी लेने के बाद सीओ ने खुद कमान संभालते हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए ताबड़तोड़ दबिश दी।

यह है मामला

पुलिस को दी गई तहरीर में राशिद ने बताया कि रविवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे जफर अपने साथियों के साथ गाली गलौज करते हुए उसके घर में घुस आया। विरोध करने पर जफर ने अपने भाई कमर,बेटे अजीम,साथी जाहिद पुत्र अजीज,जान मौहम्मद पुत्र जाहिद, हिलाल पुत्र सलमान, जावेद पुत्र वाहिद और राशिद पुत्र तारिक के साथ मिलकर बुरी तरह पीटा। इस दौरान वह जान बचाकर अपने चाचा मुजफ्फर के घर में छिप गया। उसके बाद भी आरोपियों ने पथराव व फाय¨रग करते हुए उस पर भी हमला बोल दिया।

ग्रामीणों में दहशत

आरोप है कि धारदार हथियारों से लैस कुछ हमलावरों ने राशिद के बचाव में आए चाचा मुजफ्फर अजहर, रिफाकत, फिरोज, अयूब पर हमला कर उन्हें लहूलुहान कर दिया। वारदात को अंजाम देकर आरोपी फरार हो गए। दिनदहाड़े गोलीबारी की सूचना पर पुलिस व प्रशासन में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में सीओ किठौर रितेश कुमार सिंह, मुंडाली, किठौर, परीक्षितगढ़ और भावनपुर पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और घायलों को उपचार के लिए भिजवाया।

पुलिस ने दी दबिश

सीओ ने खुद कमान संभालते हुए आरोपियों के घरों में ताबड़तोड़ दबिश दी। सीओ ने इंस्पेक्टर सुम्मेर सिंह यादव को आरोपियों के खिलाफ 122बी मुचलका पाबंदी की कार्रवाई के निर्देश दिए। उधर, दूसरे पक्ष के जफर, बिलाल, तारिक व इरशाद के घायल होने का मामला भी संज्ञान में आया है। समाचार लिखे जाने तक मामले की रिपोर्ट दर्ज नहीं हो पाई थी।

नहीं दिया उत्पातियों पर ध्यान

ललियाना अति संवेदनशील गांव होने के बावजूद पुलिस ने यहां के प्रत्याशियों व चिह्नित उत्पातियों पर ध्यान नहीं दिया, जिसने विवाद खड़ा कर दिया। क्योंकि पुलिस ने तीसरे चरण के चुनावी दिवस में दूसरे गांवों के प्रधान पद प्रत्याशियों को तो थाने में बैठाएं रखा। लेकिन ललियाना का कोई प्रत्याशी थाने नहीं पहुंचाया गया। नतीजा शनिवार दो पक्षों में फाय¨रग व पथराव हुआ। जिसमें तौकीर व शाहआलम पुत्र खिलाफत घायल हुए थे। शाहआलम की हालत गंभीर होने के चलते उसे मेरठ निजि अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

Posted By: Inextlive