-29 पैरा इंडियन आर्मी के जवानों ने दी सलामी

- इंडियन ग्रेट संस्था के सदस्यों ने तिरंगा यात्रा निकाल दी श्रद्धांजलि

खेरागढ़। ग्वालियर रोड स्थित गांव मुबारकपुर निवासी भारतीय नौ सेना के जवान प्रवेंद्र का शव रविवार को जैसे ही गांव आया तो अंतिम दर्शन को हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी। नम आंखों के साथ ग्रामीणों ने अपने लाल को अंतिम विदाई दी।

हैदराबाद की विशाखापट्टनम पोर्ट से अंडमान पोर्ट जाते समय हादसे में नौसेना के जवान प्रवेंद्र कुमार की मौत हो गई। तीन दिन बाद रविवार को उनका पार्थिव शरीर गांव पहुंचा। रविवार को दिल्ली से आगरा पहुंचे पार्थिव शरीर को सैन्य हॉस्पिटल आगरा में रखा गया। यहां से सेवला जाट रोड होते हुए गांव मुबारकपुर पहुंचा। रास्ते में इंडियन ग्रेट संस्था के सदस्यों ने तिरंगा यात्रा निकालकर शहीद को श्रद्धांजलि दी। पार्थिव शरीर को पहले ग्रामीणों के दर्शनार्थ रखा गया। उसके बाद कुर्राचितरपुर में बड़े भाई नरेंद्र के बेटे जयसिंह ने मुखाग्नि दी।

इससे पूर्व शहीद के पार्थिव शरीर को 29 पैरा इंडियन आर्मी के जवानों ने सलामी दी। उधर, इंडियन आर्मी के सूबेदार प्रमोद तिवारी के नेतृत्व में मातमी धुन बजाई गई तो पूरा वातावरण गमगीन हो गया। सांसद राजकुमार चाहर ने शहीद को कंधा दिया। अंतिम सलामी देने वालों में लेफ्टिनेंट सुब्रमण्यम, राज्यमंत्री चौधरी उदयभान सिंह, राज्यमंत्री डॉ। धर्मेश, विधायक जितेंद्र वर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष गिर्राज कुशवाह, पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह, चौधरी बाबू लाल, मालती चौधरी, यशपाल राणा, अरविंद चाहर, गीतम सिंह, सावित्री देवी, सुनील सिरोही, प्रताप चाहर, महेश चाहर, राकेश मेहरा, एसडीएम फतेहाबाद एम.अरुन्मोली, सीओ खेरागढ़ प्रदीप कुमार, इरादतनगर के इंस्पेक्टर सूरज प्रसाद शामिल थे।

अन्य शहीदों की तरह प्रवेंद्र का होगा सम्मान: उदयभान सिंह

मुखाग्नि के समय ग्रामीणों ने परिवार की आर्थिक कमजोरी को जन प्रतिनिधियों के समक्ष रख तत्काल आर्थिक मदद देने की मांग की। इस पर जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी साध ली। माहौल की नजाकत को भांपते हुए राज्य मंत्री चौधरी उदय भान सिंह ने कहा कि अन्य शहीदों की तरह प्रवेंद्र का भी सम्मान होगा।

बहन से हुई अंतिम बार बात

10 फरवरी 2018 में नौसेना में भर्ती हुए प्रवेंद्र कुमार अपने चार भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनकी अंतिम बात अपनी बड़ी बहन रचना से हुई थी। इसके बाद सुबह प्रवेंद्र की निधन की सूचना मिली।

ऑटो चलाकर परिवार चलाते हैं बड़े भाई

-प्रवेंद्र के बड़े भाई वीरेंद्र एवं हरेंद्र सिंह ऑटो चलाकर परिवार चलाते हैं। पिता नेपाल सिंह खेती करते हैं तथा मां प्रेमवती गृहणी हैं। नौकरी लगने के बाद अब परिजन प्रवेंद्र की शादी के लिए लड़की की तलाश कर रहे थे।

Posted By: Inextlive