RANCHI : 34वें नेशनल गेम्स घोटाले में आरोपियों की लिस्ट में कुछ और दिग्गजों के नाम जुड़ सकते हैं। मंगलवार को विजिलेंस द्वारा खेल नेशनल गेम्स आयोजन समिति के सचिव व झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव एसएम हाशमी और तत्कालीन स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर रहे पीसी की गिरफ्तारी के बाद ऐसी अटकलें तेज हो गई हैं। गौरतलब है कि 2011 में रांची की मेजबानी में हुए 34वें नेशनल गेम्स में करोड़ों रुपए की घपले की बात सामने के बाद से निगरानी इसकी जांच कर रही है। गौरतलब है कि नेशनल गेम्स के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने व स्पो‌र्ट्स इक्विपमेंट्स समेत अन्य सामानों की खरीद में नियमों की अनदेखी कर टेंडर देने और करोड़ों रुपए की हेराफेरी किए जाने के मामले की निगरानी जांच पिछले चार सालों से चल रही है।

सुरेश कलमाडी का आया नाम

34वें नेशनल गेम्स घोटाले में झारखंड ओलंपिक एसोसिएशन के महासचिव एसएम हाशमी और स्पो‌र्ट्स डायरेक्टर रहे पीसी मिश्रा गिरफ्तार हो चुके हैं। निगरानी ने इस मामले की जांच भी तेज कर दी है.ऐसे में कई और बड़े नाम इस घोटाले में सामने आ सकते हैं। अगर जांच आगे बढ़ती है तो इसमें नेशनल गेम्स के आयोजन के पहले झारखंड के रहे एक सीएम व स्पो‌र्ट्स मिनिस्टर के अलावा नेशनल गेम्स के दौरान रहे सीएम, डिप्टी सीएम और स्पो‌र्ट्स मिनिस्टर भी घेरे में आ सकते हैं। वैसे निगरानी की टीम फिलहाल नेशनल गेम्स के लिए खरीदे गए स्पो‌र्ट्स इक्विपमेंट्स में हुए घपले की जांच कर रही है। अगर रांची में नेशनल गेम्स के आयोजन के पहले और बाद के मामले की जांच की जाए तो घोटालेबाजों की लिस्ट लंबी हो सकती है। बुधवार को जेओए के महासचिव एसएम हाशमी द्वारा दर्ज कराए गए बयान में इंडियन ओलंपिक एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष रहे सुरेश कलमाडी का नाम सामने आया है।

शुरू से ही सवालों के घेरे में

34वें नेशनल गेम्स की मेजबानी झारखंड को सौंपी गई थी। फरवरी 20111 में रांची समेत धनबाद और जमशेदपुर में इसका आयोजन हुआ, लेकिन इसके आयोजन को लेकर की गई तैयारियों में ही पैसे के हेरफेर का मामला पहले से ही उठता रहा है। झारखंड रेसलिंग एसोसिएशन के जेनरल सेक्रेटरी भोलानाथ सिंह ने अक्टूबर 2010 में ही हाईकोर्ट में रिट दायर कर करोड़ों घपले की जांच कराने की मांग की थी। उनका कहना था कि नेशनल गेम्स के आयोजन के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने एवं सामानों की खरीदारी में 800 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे।

दो सौ करोड़ के खरीदे गए थे सामान

34वें नेशनल गेम्स के लिए जरूरी स्पो‌र्ट्स इक्विपमेंट्स और सामानों की खरीदारी एनजीओसी के बजाय स्पो‌र्ट्स डिपार्टमेंट ने की थी। सामानों की खरीदारी पर करीब दो सौ करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। हालांकि, खरीदे गए इन सामानों का कोई ब्योरा नहीं रखा गया। नेशनल गेम्स के समापन के बाद खरीदे गए इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम्स कहां गए, इसका कोई हिसाब-किताब नहीं है। वैसे एक सीनियर ऑफिसर द्वारा इन सामानों का अपने घर में इस्तेमाल किए जाने की बात सामने आई थी।

सिर्फ आयोजन पर हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च

नेशनल गेम्स के सिर्फ आयोजन पर 12 सौ करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। इसमें आयोजन को लेकर तैयार किए गए इंफ्रास्ट्रक्चर का खर्च शामिल नहीं है। इसके तहत सिर्फ आयोजन पर 800 करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हुए थे, जबकि दो सौ करोड़ से ज्यादा के स्पो‌र्ट्स इक्विपमेंट्स व अन्य सामान खरीदे गए थे।

Posted By: Inextlive