- यहां गंदगी का अंबार, सड़कों का भी बुरा हाल

- आवारा जानवर भी बढ़ाते हैं परेशानी

वार्ड नंबर - 49 (पहले 51)

जनसंख्या - लगभग 15000

मतदाता - 11338

मेल वोटर - 6130

फीमेल वोटर - 5208

GORAKHPUR: वार्ड का हाल क्या होगा, यह उसका एंट्री प्वाइंट ही बयां कर देता है। जाफरा बाजार की कहानी भी सभी वा‌र्ड्स की तरह ही है। जहां दिक्कतों का अंबार है, लेकिन इसका सॉल्यूशन देने वाले जिम्मेदार पांच सालों से अब तक जाग नहीं सके। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से चल रहे कैंपेन की सीरीज में शनिवार को टीम जाफरा बाजार वार्ड पहुंची, जहां एंट्री के साथ ही टूटी सड़कें, आवारा जानवर और कूड़े के ढेर नजर आने लगे। वहां के मुकामी लोगों की मानें तो वार्ड सूरत बदलने का वादा करने वाले पांच साल पहले नजर आए थे, इसके बाद अब तक उनके दीदार नहीं हो सके हैं। जब किसी वार्ड का प्रतिनिधि ही नजर नहीं आएगा तो वार्ड की हालत क्या होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

सड़क 6

वार्ड में एंट्री के बाद रिपोर्टर की आदिल सुहेल से मुलाकात हुई। बातचीत में उन्होंने बताया कि वार्ड में सड़कों की हालत शहर के दूसरे इलाकों की तरह ही है। पांच साल तक सौतेलेपन का शिकार होने के बाद अब कुछ इलाकों की सूरत तो बदलती नजर आ रही है। इसमें भी इलाकों के हिसाब से प्रियारिटी तय कर रोड बनाई गई है। कहीं इनते गड्ढे हैं कि गिनने वालों को कई दिन लग जाएं, तो कहीं आरसीसी से रोड तैयार की गई है। वहीं कुछ जगह इंटरलॉकिंग की गई है, इसमें भी कई जगह इंटरलॉक उखड़ने लगा है। कुल मिलाजुलाकर यहां से गुजरने वालों को हिचकोले तो खाने ही पड़ेंगे।

वॉटर लॉगिंग 5

वहीं पास में खड़े वार्ड के रहने वाले ओसामा ने बताया कि मोहल्ले में वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम चुनिंदा इलाकों में हैं। यूं तो वार्ड में कई मोहल्ले आते हैं, लेकिन वॉटर लॉगिंग की बात करें तो यह सबसे ज्यादा बख्तियार मोहल्ले में होती है। नाले के पास होने और लाने की प्रॉपर सफाई न होने की वजह से यह मोहल्ला बारिश के दिनों में यहां पानी जमा रहता है। आम दिनों में बारिश के कुछ घंटों में यह पानी निकल जाता है, मगर बरसात के दिनों में नाले चोक होने की वजह से वॉटर लॉगिंग हो जाती है, जिससे सड़कें भी काफी खराब हो जाती हैं।

उलझे तार 4

कुछ दूर जाने पर जाफरा बाजार चौराहे के पास प्रेम नाथ से मुलाकात हुई। उन्होंने बताया कि वार्ड में एक जो सबसे बड़ी दिक्कत है, वह है ओवरलोड तार इसकी वजह है उलझे तारों का जाल, जिसकी वजह से कटिया कनेक्शन वालों को भी मौका मिल जाता है कि वह मुफ्त में बिजली जलाते रहे। तारों के जाल की वजह से चेकिंग के दौरान भी चोरों का पता नहीं चल पाता, जिसकी वजह से यहां पर आए दिन लाइन ट्रिप, ट्रांसफॉर्मर ओवरलोड और लोकल फॉल्ट की समस्या बनी रहती है।

आवारा जानवर 0

सब्जीमंडी के पास दुकानदार नफीस अहमद ने बताया कि वार्ड आवारा जानवरों से भी अछूता नहीं है। सब्जीमंडी होने की वजह से जहां आवारा जानवरों का बसेरा रहता है। वहीं मीट की कई शॉप्स होने की वजह से यहां कुत्तों की तादाद भी काफी ज्यादा रहती है। इधर से गुजरने वाले राहगीर पैदल गुरजने की हिम्मत नहीं करते, वहीं गाडि़यों से गुजरने वाले लोग जैसे-तैसे रास्ता पार करते हैं। वहीं, सड़कों पर सांड भी कब हमला कर दे, इसका डर भी हमेशा ही बना रहता है।

गंदगी 5

बख्यिार मोहल्ले के पास पहुंचने पर कादिर ने बताया कि वार्ड में सफाई व्यवस्था का हाल भी अच्छा नहीं है। सफाई कर्मी भी जब मन करता है, तब पहुंचते हैं। एक दिन आए, दो दिन नहीं आए। सुबह में तो गंदगी रहती ही है, शाम तक यह अंबार इतना ज्यादा हो जाता है कि आवारा जानवर यहां डेरा जमा लेते हैं। इसकी वजह से आसपास की सड़कों पर कूड़ा ही कूड़ा नजर आने लगता है। वहीं जो कूड़े के ढेर हैं, उन्हें वह नाले में गिरा देते हैं, जिसकी वजह से वह चोक हो जाते हैं और इससे मुकामी लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।

कॉलिंग

वार्ड में सड़कों की हालत काफी खराब है। जगह-जगह रोड़ उखड़ने लगी है। मगर जिम्मेदार इस ओर ध्यान नहीं देते हैं। अभी हाल में ही बख्तियार मोहल्ले की रोड बनाई जानी शुरू हुई है। पांच साल तक इस पर कोई ध्यान नहीं था।

- मोहम्मद तौसीफ, प्रोफेशनल

यहां अक्सर वॉटर लॉगिंग की प्रॉब्लम हो जाती है। नाला चोक होने की वजह से पानी बह नहीं पाता। बरसात के दिनों में खासकर यह प्रॉब्लम होती है। इस दौरान कई दिनों तक बारिश होने पर घरों में पानी भर जाता है।

- कादिर, प्राइवेट नौकरी

सफाई व्यवस्था बिल्कुल खराब है। सफाई कर्मी रोज सफाई के लिए नहीं आते हैं। एक दिन आते हैं, तो फिर दो-तीन दिन गायब हो जाते हैं। शिकायत की जाती है, तो कूड़ा उठता है, फिर वहीं हाल हो जाता है।

- अजीत शर्मा, बिजनेसमैन

वार्ड में आवारा जानवर बहुत हैं। सबसे ज्यादा कुत्ते हैं। रात में कोई भी गुजर जाए, वह भौंकना शुरू कर देते हैं। वहीं गाय और सांड भी सब्जीमंडी में टहला करते हैं, जिससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

- प्रमोद गुप्ता, स्टूडेंट

पब्लिक की मांग

- यहां पर सफाईकर्मियों की रेग्युलर मॉनीटरिंग की जाए, जिससे सफाई व्यवस्था दुरुस्त हो सके।

- डस्टबिन को टाइमली साफ करवा दिया जाए, जिससे कूड़ा सड़क पर न फैले

- आवारा जानवरों को पकड़वाकर हटवाया जाए, जिससे लोगों का डर खत्म हो सके।

- कुछ इलाकों में स्ट्रीट लाइट नहीं जलती, उन्हें ठीक कराया जाए।

Posted By: Inextlive