-दिल्ली हाईवे से पहले क्यों नहीं पकड़ा गया ट्रक

-गाजियाबाद से मेरठ तक पहुंचा ओवरलोड ट्रक

Meerut : दिल्ली हाइवे के खड़ौली चौराहे पर ओवरलोड ट्रक ने छह लोगों को मौत के मुंह में धकेल दिया। भले ही इस दुर्घटना को पुलिस ने एफआईआर में हादसे का नाम दिया हो, लेकिन यह हादसा नहीं, बल्कि हत्या है उन बेकसूर लोगों की जो आटो में सवार होकर अपने घर लौट रहे थे। परिवहन विभाग भी बराबर का गुनाहगार है। परिवहन विभाग ने ओवरलोड ट्रक को दिल्ली हाईवे पर चढ़ने से पहले क्यों नहीं पकड़ा? इसलिए ट्रक चालक के साथ पुलिस विवेचना में विभाग के अफसरों को भी शामिल किया जाना चाहिए।

कहां से आया ओवरलोडेड ट्रक

पंजाब के गेहूं को लेकर आ रहा ट्रक गाजियाबाद से मुजफ्फरनगर की ओर जा रहा था। देर रात तक पुलिस यह पता नहीं लगा पाई कि ट्रक में भरा गेहूं कहां से आया और कहां जाना था? सवाल है कि कांवड़ यात्रा के दौराना दिल्ली हाईवे सुबह से वन-वे हो रहा है। इसके बावजूद ओवरलोड ट्रक दिल्ली हाईवे पर बेकाबू होकर दौड़ रहा था।

पुलिस की जिम्मेदारी नहीं

एसपी ट्रैफिक पीके तिवारी का तर्क है कि ओवरलोड वाहनों को पकड़ना पुलिस का काम नहीं है। यह सिर्फ आरटीओ विभाग की जिम्मेदारी है। सवाल यह है कि चौराहों पर यातायात पुलिस भारी वाहनों को क्यों रोकती है? फिर आरटीओ का इंतजार क्यों नहीं किया जाता। इस पर पीके तिवारी का कहना है कि यातायात पुलिस नो एंट्री में वाहनों को रोकती है। यदि परिवहन विभाग ओवर लोड ट्रक को हाइवे पर नहीं चढ़ने देता तो हादसा होता ही नहीं।

Posted By: Inextlive