- यूपी के बजट में गोरखपुर के लिए खुला पिटारा

- मेट्रो की तैयारी के लिए मिला बजट, वहीं आयुष यूनिवर्सिटी को भी हरी झंडी

- इसके साथ ही लिंक एक्सप्रेस वे से आसान होगी राह

- सड़क भी बेहतर होने की उम्मीद बढ़ी

GORAKHPUR: यूपी गवर्नमेंट के बजट में गोरखपुर के इंफ्रास्ट्रक्चर और डेवलपमेंट की राह भी आसान हो चली है। जहां मेट्रो की तैयारी के लिए मिले बजट से गोरखपुर में भी मेट्रो दौड़ने की उम्मीदें बढ़ गई हैं, तो वहीं दूसरी ओर आयुष यूनिवर्सिटी को भी बजट में जगह मिलने से यहां के स्टूडेंट्स को भी खासा फायदा मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही पीडब्ल्यूडी को 3524 करोड़ रुपए मिलने के बाद अब गोरखपुर की सड़कों की दशा और दिशा भी सुधरने की आशाएं भी बढ़ गई है। अब इंतजार है गोरखपुर के खाते में बजट आने का, जिसके बाद यहां के डेवलपमेंट की रफ्तार भी बढ़ेगी और लोगों की उम्मीदों को पंख लग सकेंगे।

रिंग रोड और फ्लाईओवर को भी बजट

गोरखपुर में पीडब्लूडी के साथ ही नगर निगम की भी रोड मौजूद है। प्रदेश में इस बार दोनों के लिए अलग-अलग बजट मिला है, जिससे इंफ्रास्ट्रक्चर में बदलाव नजर आने लगेगा। जहां पीडब्ल्यूडी को मिले बजट से शहर में विभाग की सड़कों की दशा बदलेगी। वहीं फ्लाईओवर, बाईपास और रिंग रोड के लिए 170 करोड़ रुपए मिलने से भी यहां सकरी रोड और चौराहों पर लगने वाले जाम के झाम से आजादी की रात भी खुल सकेगी। इतना ही नहीं मेट्रो का डीपीआर तैयार करने के लिए मिलने वाले बजट से इसकी राह आसान होगी और सड़कों की भीड़ भी छंट पाएगी।

एजुकेशन में दिखेगा बदलाव

यूपी के बजट में एजुकेशन के लिए भी बजट मिला है। फ्री बुक्स के लिए गवर्नमेंट ने अभी से 1.90 करोड़ रुपए का प्रावधान कर दिया गया है। वहीं शिक्षा अभियान के लिए भी बजट मिला है। इससे गवर्नमेंट स्कूल्स की सूरत भी बदल सकेगी। वहीं बच्चों को टाइमली किताबें भी मुहैया हो जाएंगी। इसके साथ ही राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के मद में भी बजट मिलने के बाद गोरखपुर यूनिवर्सिटी की कुछ लैब्स और इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी फंड मिलने की उम्मीद है, जिससे कि यहां के स्टूडेंट्स को भी इसका फायदा मिल सकेगा।

यूपी का बजट यह विजन वाला बजट है। गोरखपुर के साथ ही प्रदेश के डेवलपमेंट पर भी खास ध्यान दिया गया है। वॉटर स्पो‌र्ट्स कॉम्प्लेक्स के लिए पैसा मिला है, जिसके कंप्लीट होने के बाद न सिर्फ टूरिज्म की बहार आएगी, बल्कि यंगस्टर्स के लिए जॉब के चांसेज भी बढ़ेंगे। वहीं मेट्रो से रोड का ट्रैफिक लोग कम होगा।

- विनीत अग्रवाल, बिजनेसमैन

इस बार के बजट की सबसे खास बात यह रही कि यह बजट स्थानीय स्वरोजगार और युवाओं के उत्थान को समर्पित बजट है। हर साल प्रदेश सरकार एक नए लक्ष्य के साथ आती है और उसे सफलतापूर्वक पूरा करती दिखाई भी पड़ती है, लेकिन प्रदेश में निहित आर्थिक संभावनाओं पर अभी और काम करना बाकी है। अटल आवासीय विद्यालय की संकल्पना प्रशंसनीय पहल है।

- डॉ। राजेश चंद्र गुप्त 'विक्रमी', टीचर राजकीय जुबली इंटर कॉलेज

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश के इतिहास का सबसे बड़ा बजट पेश किया है। बजट में नई स्कीम्स और टूरिज्म पर खास जोर है। बजट में पर्यटन, इंफ्रास्ट्रक्चर, रोजगार और सांस्कृतिक विकास पर खासा ध्यान दिया है। यूथ्स को अगर अपना कारोबार शुरू करने के लिए युवा हब योजना है। पीजीआई में एडवांस डायबिटिक इंडोक्राइन सेंटर स्थापित होने से डायबिटीज मरीजों को सटीक और बेहतर इलाज मिलेगा।

- योगेंद्र नाथ दूबे, अध्यक्ष, दवा विक्रेता समिति

यंगस्टर्स को सेल्फ एंप्लॉयमेंट से जोड़ने के लिए प्रदेश के बजट में काफी अच्छी स्कीम लांच की गई है। मुख्यंमत्री एप्रेंटिसशिप स्कीम और युवा उद्यमिता विकास अभियान 'युवा' शुरू करने का फैसला भी यूथ के फेवर में है। इससे गोरखपुर के यूथ्स को फायदा मिलेगा और वह अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

- अरुण गुप्ता, इंटरप्रिन्योर

Posted By: Inextlive