बिहार में एक बार फिर नक्सलियों ने उत्पात मचाया है. नक्सलियों ने रेलवे ट्रैक को निशाना बनाया. गया में नक्सलियों ने धमाका कर एक रेलवे ट्रैक को उड़ा दिया.


बाल-बाल बची जोधपुर एक्सप्रेसया-मुगलसराय रेलखंड पर इसमाइलपुर-रफीगंज स्टेशनों के बीच गेट नंबर-16 के पास भाकपा-माओवादी संगठन के हथियारबंद दस्ते ने मंगलवार की देर रात 23:35 बजे अप लाइन से गुजर रही राजधानी एक्सप्रेस के आगे चलनेवाले एडवांस पायलट इंजन को ब्लास्ट कर उड़ा दिया. इससे पायलट इंजन रेलवे ट्रैक से उतर गया और पूरी तरह डैमेज्ड हो गया हो गया. विस्फोट इतना जोरदार था कि आसपास के कई किलोमीटर दूर तक उसकी आवाज सुनी गयी. इस ब्लास्ट की चपेट में आने से रफीगंज से गया होते हुए हावड़ा जा रही जोधपुर एक्सप्रेस बाल-बाल बच गयी. इस ट्रेन के ड्राइवर ने घटनास्थल से ठीक पहले ही ट्रेन को  रोक लिया. पता चला है कि जिस पायलट इंजन को उग्रवादियों ने निशाने पर लिया. उस समय ड्राइवर बदहवास स्थिति में बताये गये. उनका नाम गुलाम शाह बताया गया है.राजधानी को उड़ाने की थी साजिश
समझा जाता है कि माओवादियों की योजना राजधानी एक्सप्रेस को ही उड़ाने की थी. लेकिन, इसकी सुरक्षा में आगे चल रहे एडवांस पायलट इंजन ही माओवादियों का शिकार हुआ. घटना की जानकारी मिलते ही गया स्टेशन से छूटने के बाद ऊपरोक्त पायलट इंजन के पीछे-पीछे जा रही 22823 भुनेश्वर-नयी दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस को गुरारू रेलवे स्टेशन पर 23:43 मिनट बजे रोक लिया गया.


ट्रेनों की आवाजाही रुकी
रेलवे ट्रैक उडाए जाने के बाद हावड़ा-मुगलसराय रूट पर ट्रेनों की आवाजाही ठप हो गई है. वक्त रहते इस धमाके की खबर रेलवे अधिकारियों को लग गई और उन्होंने ट्रेनों की आवाजाही रोक दी. जिसके चलते एक बड़ा हादसा टल गया. इसके साथ ही दूसरी ट्रेनों को भी गया, कष्ठा और परैया स्टेशनों पर रोक लिया गया. इन ट्रेनों पर सवार लोगों की सुरक्षा के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और आरपीएफ के जवानों को लगाया गया है. गया के एसएसपी निशांत कुमार तिवारी व एएसपी अशोक कुमार सिंह ने गया जिले के परैया थानाध्यक्ष लालमणि दूबे और गुरारू थानाध्यक्ष अमरदीप कुमार को एसटीएफ जवानों के साथ रेलवे ट्रैक पर भेजा है.

Posted By: Shweta Mishra