क्त्रन्हृष्ट॥ढ्ढ : जो भी डॉक्टर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं उनकी लिस्ट है. अगर वे अपने कार्यशैली में सुधार नहीं लाते हैं तो अब एक्शन के लिए तैयार रहें. साथ ही मरीजों को तत्काल आयुष्मान भारत के तहत इलाज मुहैया कराया जाए. और हॉस्पिटल में आने वाले सभी मरीजों को इसका लाभ मिले प्रबंधन इस पर खासा ध्यान दे. ये तल्ख तेवर हेल्थ मिनिस्टर रामचंद्र चंद्रवंशी और हेल्थ सेक्रेटरी डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी के रहे. इन्होंने रिम्स डायरेक्टर डॉ.डीके सिंह सहित सभी एचओडी के साथ बैठक कर ये हिदायत दी. इस बैठक के दौरान रिम्स के डॉक्टरों के प्राइवेट प्रैक्टिस का भी मामला गरमाया रहा. हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा कि दवा और इंप्लांट खरीदने के लिए डॉक्टरों को विशेष अधिकार दिए गए हैं जिससे कि इलाज में देरी नहीं होगी.

क्यों नहीं लगी सीटी स्कैन मशीन

हॉस्पिटल में सीटी स्कैन व एमआरआई मशीन की खरीदारी को लेकर भी चर्चा हुई. इसमें एचओडी को मशीन की खरीदारी के लिए जल्द प्रक्रिया पूरी करने को कहा गयै. साथ ही कहा गया कि जो भी मानक है उसे तत्काल दुरुस्त करें ताकि मरीजों को इसका लाभ मिल सके. इसके अलावा रैंगिंग के मामले में साफ हिदायत दी गई कि इससे रिम्स की छवि खराब हो रही है. जिन स्टूडेंट्स पर आरोप लगे हैं उन्हें तत्काल हटाया जाएगा.

Posted By: Prabhat Gopal Jha