वायरस की मार से सहमा बाजार
- दो दिनों में बाजार औंधे मुंह गिरा, 40 फीसदी कारोबार प्रभावित
-ऑनलाइन शॉपिंग का भी गिरा कारोबार, कार्ड स्वैप कराने से डर रहे गोरखपुराइटस GORAKHPUR: दुनियाभर में हुए साइबर अटैक का डर गोरखपुर के बाजारों में भी महसूस किया जा रहा है। रही सही कसर रविवार को गोरखपुर में यामाहा एजेंसी पर साइबर अटैक ने पूरी कर दी। इस हमले के बाद से पिछले दो दिनों (सोमवार और मंगलवार) को कारोबार औंधे मुंह गिर गया। कारोबारियों के मुताबिक, करीब 40 फीसदी कारोबार प्रभावित हुआ है। बाजार को प्रभावित करने में एटीएम का भी बड़ा रोल रहा। शहर के अधिकतर एटीएम में पिछले 10 दिनों से पैसा नहीं है। इस कारण लगन के दिन भी में खरीदारी नहीं हो पा रही है। मार्केट मंदी की तरफपहले शहर के एटीएम से गायब हुए पैसों ने मार्केट को प्रभावित किया और अब वायरस का भूत परेशान कर रहा है। गोलघर के कई व्यापारी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि रैंसमवेयर वायरस के अटैक का असर मार्केट पर साफ देखा जा सकता है। मार्केट में मंगलवार को 20 प्रतिशत ऑनलाइन शॉपिंग में गिरावट आई। व्यापारियों ने बताया कि लगन के समय जो मार्केट होता था, इस समय उससे लगभग 40 प्रतिशत नीचे है।
कॉलिंगऑनलाइन शापिंग में अब डर लगने लगा है। पता नहीं कौन हैक करके पूरा पैसा ही गायब कर दे। तीन माह पहले मेरे पड़ोस के एक व्यक्ति का 30 हजार रुपए फोन कर एटीएम नंबर पूछ कर निकाल लिया गया था।
-महेंद्र प्रताप यादव, सर्विसमैन बॉक्स बैंकों में ऊहापोह की स्थिति रैंसमवेयर वायरस के हमले का असर मंगलवार को बैंक में भी देखने को मिला। पीएनबी और एसबीआई के अधिकारी अपने आपको सुरक्षित बता रहे थे। सबसे अधिक परेशानी अधिकारियों को लोगों को जानकारी देने में हो रही थी। अधिकतर लोगों का एक ही सवाल था अगर बैंक की वेबसाइट हैक हो जाएगी तो क्या मेरा पैसा डूब जाएगा? पीएनबी में तो रिटायर्ड टीचर पहुंच गए और अधिकारियों से पूछने लगे कि हैकिंग का असर बैंक पर भी है क्या? अगर है तो मुझे पैसा दे दिया जाए, ताकि मेरा पैसा सुरक्षित रह सके। वहीं, एलआईसी के एक अधिकारी ने बताया कि हमलोग पिछले दो दिन से ऑनलाइन रिकॉर्ड की एक फाइल अपने पास स्टोर कर रहे हैं। ताकि हैक होने की स्थिति में डाटा सुरक्षित रह सके। सोशल मीडिया ने फैलाया डररैंसमवेयर की खबर आने के बाद सोशल मीडिया पर वेबसाइट हैक होने की लगातार सूचना आने लगी। सोमवार शाम के बाद से आरबीआई की भी एक गाइडलाइन सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। हालांकि बैंक अधिकारियों ने इसे नकार दिया। इसका असर मंगलवार को बैंक और एटीएम की लाइन में देखने को मिला।
वर्जन बैंकों में सभी सॉफ्टवेययर अपडेटेड हैं। इन पर किसी भी तरह के वायरस का कोई खतरा नहीं है। लेकिन सावधानी के लिए सभी को निर्देश जारी कर दिया गया है कि वह किसी अननोन ई-मेल को न खोलें। -आलोक श्रीवास्तव, आरएम, सेंट्रल बैंक