आगरा में यूनिवर्सिटी में धूल फांक रही तीन लाख मार्कशीट
- कॉलेजों पर लाखों रुपये की फीस वकाया
- अब तक 200 कॉलेज कर चुके हैं फीस जमा आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी में सुधार की कवायद के बाद भी विद्यार्थियों की समस्या जस की तस बनी है। मार्कशीट और डिग्री के लिए विद्यार्थी और अभिभावक कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं। स्टूडेंट्स बने चकरघिन्नीकुलपति डॉ। अरविन्द दीक्षित द्वारा विवि में सुधार के काफी प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन इसके बाद भी विद्यार्थियों की समस्या खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। विवि प्रशासन द्वारा तीन लाख विद्यार्थियों की मार्कशीट रोकी गई हैं। सूत्रों का कहना है कि उक्त मार्कशीट महाविद्यालयों की पेंडिंग फीस पर रोकी गई है। मार्कशीट नहीं मिलने से परेशान विद्यार्थी विवि ऑफिस के चक्कर लगा रहे हैं। हाथरस निवासी छात्र राजवीर सिंह ने बताया कि उनकी पिछले वर्ष की मार्कशीट अभी तक नहीं मिली है। क ॉलेज संचालक और विवि एक दूसरे पर जिम्मेदारी डाल रहे हैं। वहीं सीआरपीएफ में तैनात मुकेश चौधरी का कहना है कि वह पिछले दो वर्ष से मार्कशीट के लिए चक्कर लगा रहे हैं। जिसमें एक बार दस्तावेज कर्मचारियों द्वारा खो दिए गए।
82 करोड़ की धनराशि जमाविवि प्रशासन की पहल पर हाल ही में 82 करोड़ रुपये की धनराशि जमा कराई गई है। जो पिछले कई वर्ष से लम्बित चल रही थी, लेकिन इसके बाद भी करोड़ों रुपये कॉलेजों पर शेष है। पीआरओ गिरजा शंकर शर्मा का कहना है कि इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।