-लगभग एक साल पूरा होने के बा द भी आधे से कम है ऑन लाइन मार्कशीट जारी करने की प्रक्रिया

-अगस्त 2018 तक 1975 तक का डेटा अपलोड करने की थी बोर्ड की तैयारी

ALLAHABAD: यूपी बोर्ड की सबसे महत्वाकांक्षी योजना के अन्तर्गत 1975 तक के सभी स्टूडेंट्स की डुप्लीकेट मार्कशीट को ऑनलाइन अपलोड करने की तैयारी थी। इसके लिए शासन और बोर्ड के अधिकारियों की तरफ से एक साल की समय सीमा निर्धारित की गई थी। बोर्ड की तरफ से शुरू में तो कार्य को पूरा करने की तेजी दिखाई गई, लेकिन धीरे-धीरे काम की गति रुकती गई। नतीजा यह रहा कि बोर्ड की तरफ से निर्धारित तिथि पूरा होने में महज दो माह का समय ही बचा है, उसके बाद भी अभी तक 1975 तक की मार्कशीट को ऑनलाइन अपलोड करने की प्रक्रिया का आधा काम भी पूरा नहीं हो सका। ऐसे में निर्धारित समय के अंदर ऑनलाइन अपलोडिंग का कार्य पूरा करना बोर्ड के लिए भी टफ टास्क बन गया है।

लास्ट ईयर अगस्त में शुरू हुई थी प्रक्रिया

यूपी बोर्ड की तरफ से लास्ट ईयर पूरे साल में कार्य को निर्धारित करने के साथ ही उसकी टाइम लाइन भी तय की गई थी। इसी लिस्ट में 1975 तक की मार्कशीट को ऑनलाइन करने के लिए भी समय सीमा निर्धारित की गई थी। इसमें 30 अगस्त 2017 से शुरू हुई प्रक्रिया के अन्तर्गत 30 अक्टूबर तक तीन साल और 26 जनवरी 2018 तक 10 साल का डेटा अपलोड करने के लिए समय सीमा निर्धारित की गई थी। इसके बाद 15 अगस्त 2018 तक 1975 तक के सभी स्टूडेंट्स को डेटा अपलोड करने के लिए बोर्ड ने समय सीमा निर्धारित की थी। जबकि अगर बोर्ड के अधिकारियों की माने तो अभी तक लगभग पचास प्रतिशत ही डेटा अपलोड किया जा सका है।

बोर्ड परीक्षाओं के जल्द शुरू होने के कारण डेटा अपलोडिंग का कार्य रूक गया था। जिसके कारण समय पर काम पूरा होने में दिक्कत आ रही है। फिर से कार्य शीघ्र पूरा करने का प्रयास जारी है।

-नीना श्रीवास्तव

सचिव, यूपी बोर्ड

Posted By: Inextlive