- दोनों अलग अलग इलाज कराने के बहाने घर से निकले थे गोविंदपुरी स्टेशन से हुए लापता

- युवक और युवती थे रिश्तेदार, दोनों की ही हो चुकी थी शादी

- दोनों के परिजनों ने थाने में नहीं की थी शिकायत, युवती का पर्स भी उसके घर पर ही मिला, संदेह बढ़ा

-बैरमपुर के पास रेलवे टै्रक किनारे युवती का शव मिला, वहीं पड़े मिले प्रेमी की हालत गंभीर

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KANPUR : सचेंडी में शनिवार तड़के युवक और युवती रेलवे टै्रक के किनारे रक्तरंजित हालत में मिले। युवती की मौत हो चुकी थी। जबकि युवक के सिर पर गंभीर चोट लगी थी। उसे फौरन हैलट में भर्ती कराया गया। बताते हैं कि दोनों रिश्तेदार थे, लेकिन काफी समय से उनके बीच प्रेम संबंध थे। दोनों के परिवारों ने उनकी अलग अलग शादी भी करा दी थी। इसके बावजूद दोनों में दोनों के संबंध खत्म नहीं हुए थे। 12 अगस्त से दोनों ही लापता चल रहे थे। इसके बावजूद दोनों के ही परिवारों ने थाने में कोई रिपोर्ट नहीं दर्ज कराई थी। फिर शनिवार सुबह अचानक ही उनकी लाशें मिलने से सनसनी फैल गई। यूं तो घटना को आत्महत्या बताया जा रहा है, लेकिन हालात हत्या किए जाने का भी संदेह पैदा कर रहे हैं। क्योंकि युवती का पर्स जो उसके साथ ही गायब था, पुलिस के अनुसार वो तो उसके घर पर ही मिल गया है।

क्या है घटना?

पुलिस की जांच में पता चला कि सचेंडी के बंदीपुरवा निवासी अछैबर की बेटी रानीदेवी (27)) और अछैबर के चचेरे भाई राजकुमार के बेटे नयन सिंह (ख्भ्) के बीच प्रेम संबंध थे। लेकिन नयन सिंह की तीन साल पहले शादी हो गई। क् जुलाई को रानीदेवी की भी शादी कर दी गई। क्ख् अगस्त को नयन सिंह आंख में प्रॉब्लम होने पर हैलट में दिखाने आया था। उसी दिन रानीदेवी भी अपने पति वीरेन्द्र और बहन पूनम के साथ हैलट हॉस्पिटल दिखाने के लिए निकली थी। उसी दिन रानीदेवी गोविंदपुरी स्टेशन से लापता हो गई। लेकिन उसके परिजनों ने गोविंदनगर थाने या जीआरपी को सूचना नहीं दी। नयन सिंह भी उसी दिन से लापता हो गया। दोनों के परिजनों के मुताबिक वह गुमशुदगी दर्ज कराने सचेंडी थाने गए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। रानी के पिता के मुताबिक शनिवार तड़के गांव के ही गेंदालाल ने सूचना दी कि रानीदेवी और नयन सिंह की बैरमपुर ढडि़या के पास झांसी ट्रैक पर लाश पड़ी है। दोनों के परिजन वहां पहुंचे तो देखा कि रानीदेवी का सिर कटा पड़ा था जबकि नयन सिंह की भी हालत गंभीर है। नयन को इलाज के लिए भेज दिया गया था।

उधर लाशें मिलने और गुमशुदगी नहीं दर्ज कराने पर जब मीडिया ने परिजनों से क्रॉस क्वेश्चनिंग की तो रानी के पिता ने अचानक आरोप लगा दिया कि उनकी बेटी को नयन ने किडनैप किया था। फिर बेटी के ही फोन से क्ब् अगस्त को रानीदेवी ने किडनैप होने की सूचना दी। लेकिन ये आरोप किसी के गले के नीचे नहीं उतरा, क्योंकि अब तक पुलिस या किसी और को रानी के अपहरण की कहानी क्यों नहीं बताई गई?

घटना पर कई सवाल खड़े हुए

- दोनों के परिजनों ने सचेंडी थाने में गुमशुदगी क्यों नहीं दर्ज कराई?

- रानी देवी का पर्स घटना से ठीक पहले उसके घर पर कैसे पहुंचा?

- अपहरण के बाद बेटी के ही फोन से नयन आखिर क्यों पिता को सूचना देगा?

- घटना स्थल से दोनों के घर पहुंचने में पैदल आधे घंटे का टाइम लगता है। इसका मतलब है कि चार दिन से दोनों गांव के आसपास ही थे

- लड़की और लड़के दोनों के पिता के बयान अलग क्यों?

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दोनों के परिजनों ने गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई थी। अभी मामला खुदकुशी का लग रहा है। लेकिन जांच जारी है। लड़के के होश में आने के बाद और जानकारी मिल सकती है।

-अखिलेश यादव, एसओ सचेंडी

Posted By: Inextlive