-पनकी के एफ सेक्टर का है मामला, एमपी के भिंड जिले में है मायका

-पति एयरफोर्स कर्मी है, कार और एक लाख रुपए की डिमांड कर रहा था

-परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया, पति मां और बहन समेत फरार, ससुर हत्थे चढ़ा

KANPUR : शहर में एक और विवाहिता दहेज की बलि चढ़ गई। उसकी लाश कमरे में फांसी पर लटकती मिली। परिजनों ने उसकी हत्या कर शव फांसी पर लटकाने का आरोप लगाया है, जबकि पति समेत ससुराल वालों ने उसके आत्महत्या करने का दावा किया है। पुलिस मौके पर पहुंची तो पति मां और बहन समेत फरार हो गया। उसके पिता पुलिस के हत्थे चढ़ गए। पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

प्रताडि़त किया जाता था

पनकी के एफ ब्लॉक में टेलीफोन एक्सचेंज के पास रहने वाले संत कुमार चतुर्वेदी के परिवार में पत्नी रेखा, बेटा गौरव और बेटी शिवा है। गौरव एयरफोर्स कर्मी है। उसकी सूरतगढ़ में पोस्टिंग है। उसकी शादी 29 जनवरी 2015 को एमपी के भिंड जिले में रहने वाले श्रीनारायण त्रिपाठी की बेटी रुपल उर्फ रानी (24) से हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद गौरव ने रुपल के परिजनों ने कार की मांग की। जिसे पूरा न करने पर रुपल को ससुराल में प्रताडि़त किया जाने लगा। करीब दस दिन पहले गौरव छुट्टी पर घर आया तो उसने दोबारा रुपल से कार की डिमांड रख दी। रुपल ने परिजनों से कहने से मना कर दिया तो शुक्रवार को गौरव ने उसके भरतना निवासी भाई अवधेश को बात करने के बहाने घर पर बुला लिया।

भाई ने दी तहरीर

भाई अवधेश के मुताबिक वो घर पहुंचे तो गौरव ने उनसे कार की मांग कर दी। अवधेश ने समझाने की कोशिश की, लेकिन वो जिद पर अड़े रहे। वो तड़के अपने घर पहुंचे ही थे कि उनको फुफेरे भाई ने फोन कर रुपल की मौत की जानकारी दी तो वो आनन-फानन दोबारा बहन के ससुराल पहुंच गए। उन्होंने गौरव समेत ससुराल वालों पर उसकी हत्या कर शव को फांसी पर लटकाने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। वहीं पति की दस दिन की छुट्टी पूरी हो गई थी और उसे शुक्रवार को सूरतगढ़ में नौकरी ज्वॉइन करनी थी।

भाई के सामने रुपल को िकया बेइज्जत

गौरव के बुलाने पर अवधेश घर पहुंचा तो गौरव और उसकी मां ने उसके सामने रुपल को बेइज्जत किया था। उन्होंने रुपल पर ताना मारते हुए कहा कि तुम लोगों ने इसे कुछ सिखाया नहीं है। ये तो ठीक से खाना भी नहीं बना पाती है। इसलिए तुम पहले एक लाख रुपए दो, ताकि इसने जो नुकसान किया है, उसकी भरपाई हो सके। भाई के सामने ताने सुनने से वो आहत हो गई थी।

सौभाग्यवती ही बनकर दुनिया से जाएगी

गौरव और उसकी मां के तल्ख तेवर देख अवधेश समझ गया था कि अभी बात नहीं बन पाएगी। इसलिए उसने बहन को कुछ दिनों के लिए मायके ले जाने के लिए कहा तो गौरव और रेखा ने मना कर दिया। रेखा ने कहा कि अगर रुपल यहां से जाएगी तो उसके लिए यहां के दरवाजे जिंदगी भर के लिए बंद हो जाएंगे, जिसे सुनकर अवधेश की उसको साथ ले जाने की हिम्मत नहीं हुई। अवधेश के मुताबिक जब वो घर से जाने लगा तो रेखा ने उनसे कहा कि तुम परेशान मत हो। तुम्हारी बहन सौभाग्यवती बनकर ही दुनिया से जाएगी।

दबाव में दी थी महिला पुलिस भर्ती

अवधेश का आरोप है कि गौरव और उसके घरवाले बेहद लालची हैं। वे रुपल को नौकरी कराकर उसकी कमाई को हड़पना चाहते थे। उनके दबाव में ही रुपल ने मर्जी के खिलाफ महिला पुलिस भर्ती दी थी, जिसकी दौड़ में वो एक मिनट से चूक गई थी। वहीं पोस्टमार्टम हाउस में अवधेश बहन की मौत के लिए खुद को कोस रहा था। उसने कहा कि मेरी गलती से रुपल की मौत हुई है। अगर मैं शादी तय करते समय ही ससुराल वालों की दहेज की मांग को सुनकर रिश्ते से मना कर देता तो शायद रुपल हम लोगों के बीच होती।

Posted By: Inextlive