कम डिमांड की वजह से इंडिया की सबसे बड़ी कार कंपनी मारुति सुजुकी के गुड़गांव और मानेसर प्लांट में आठ दिनों तक काम बंद करने का डिसीजन लिया है. कंपनी अपने स्टॉक क्लियरेंस के लिए प्‍लांट को बंद कर रही है.


मई में मारुति की बिक्री 14.4 फीसद घटकर 84,677 कार रह गई. गुड़गांव और मानेसर प्लांट में रोजाना 5,000 कारों का उत्पादन होता है. कंपनी की कुल मैनुफैक्िचरिंग कपैसिटी सालाना करीब 15 लाख कारों की है.सितंबर तक मानेसर प्लांट की तीसरी इकाई का काम पूरा होने पर यह बढ़कर 17.5 लाख कार हो जाएगी. कंपनी ने उम्मीद जताई है कि पेट्रोल और डीजल कारों की बिक्री का अंतर जल्द खत्म हो जाएगा. कारों की कुल बिक्री में डीजल कारों की हिस्सेदारी करीब 70 परसेंट है. पेट्रोल और डीजल की कीमतों का अंतर कम होने से अब यह हिस्सेदारी घटकर 40 से 50 परसेंट रहने के आसार हैं.
कंपनी के चेयरमैन आरसी भार्गव ने बताया कि मार्केट के मौजूदा हालात मुश्िकलों भरे हैं. डीजल कारों का आकर्षण खत्म हो रहा है. इसके अलावा इकॉनिमी की स्थिति सुधरने में अभी वक्त लगेगा. जिस वजह से कंपनी ने प्रोडक्शन कम करने का डिसीजन लिया है.

Posted By: Garima Shukla