मारुति सुजुकी सहित कई कार कंपनियों ने नए साल से कार कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है। ऐसा वे कच्‍चे माल की लागत बढ़ने को लेकर कर रही हैं। कारों की कीमत 30 हजार रुपये तक बढ़ जाएगी। कार कंपनियों का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी के कारण ऐसा करना पड़ रहा है।


डॉलर के मुकाबले कमजोर रुपयामारुति सुजुकी का कहना है की कीमतों में यह बदलाव सभी श्रेणी की कारो में किया जाएगा। इसमे आल्टो से लेकर एस क्रॉस सभी शामिल है। कंपनी का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपये के कमजोर हो रहा है और लागत बढ़ने के कारण कंपनी को कीमत बढ़ाने का फैसला करना पड़ा है। मारुति के अलावा मर्सिडीज बेंज, हुंडई, टोयोटा, बीएमडब्ल्यू सहित ज्यादातर कार कंपनियों ने कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है।हैंस्टॉक क्लीयर करना चाहती कंपनियां
कार मार्केट के जानकारों का कहना है कि कंपनियां ऐसी घोषणाएं अपना बचा हुआ स्टॉक क्लीयर करने के लिए करती हैं। इसमें कोई नई बात नहीं है, साल के अंत तक ऐसे अनाउंसमेंट बिजनेस रूटीन है। जाहिर तौर पर इसमें कस्टमर्स का भी फायदा होता है। फॉरेन एक्सचेंज मनमाफिक नहीं होना और लागत बढ़ना भी एक वजह है। घाटा कम करने के लिए कंपनियां ऐसी कवायद करती रहती हैं।किसकी कार कितनी महंगीमारुति सुजुकी : 20 हजार रुपये तकहुंडई : 30 हजार रुपये तकटोयोटा : 3 प्रतिशतबीएमडब्ल्यू : 3 प्रतिशत

Posted By: Satyendra Kumar Singh