भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे कोरोना वारियर्स को सलाम किया है। साथ ही उन्होंने लोगों से घर में रहने की अपील की।

नई दिल्ली (एएनआई)। कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मचारियों को मैरी कॉम ने सलाम किया है। ये लोग अपनी जान जोखिम में डालकर समाज की सेवा कर रहे, ऐसे में हमें इनकी सराहना करनी चाहिए। यह कहना है भारतीय महिला बॉक्सर एमसी मैरी कॉम का। मैरी कॉम ने एएनआई से कहा, 'यदि आप अपने स्वास्थ्य की देखभाल नहीं कर रहे हैं, तो यह आपका नुकसान है। सरकार कोविड-19 के बारे में जागरूकता भी फैला रही है और मेडिकल स्टाफ, डॉक्टर, पुलिस भी हमें बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डाल रहे हैं, जो सराहनीय है। वे जो कर रहे हैं उसके लिए उन्हें सलाम। वे हमारे और हमारे देश के लिए काम कर रहे हैं।'

लॉकडाउन से मिला है लाभ

छह बार की विश्व चैंपियन ने देश में लगे लॉकडाउन का समर्थन करते हुए कहा, इसके सकारात्मक परिणाम दिख रहे हैं। यही नहीं मैरी कॉम कहती हैं, उन्हें अपने परिवार के साथ बिताने के लिए बहुत समय मिल रहा है और लोगों से घातक वायरस का मुकाबला करने में सरकार का समर्थन करने का आग्रह किया। मैरी कॉम ने कहा, 'देखें, इस लॉकडाउन का एक लाभ भी है। हम एथलीटों को शायद ही कभी परिवार के साथ बिताने का समय मिलता है, जो हमें अब मिल रहा है, इस समय दुनिया भर में सभी तरह की खेल गतिविधियों पर विराम लगा दिया गया है।'

परिवार के साथ समय बिताने का मौका

मैरी कॉम आगे कहती हैं, 'सुरक्षित रहने के लिए घर पर रहना ज़रूरी है। सरकार लोगों से घर में रहने का भी आग्रह कर रही है। इसलिए समय का सही उपयोग करें, प्रशिक्षण करें, परिवार के साथ समय बिताएँ, फिट रहें और इस वायरस से लडऩे में सरकार का समर्थन करें।" लॉकडाउन के बावजूद, मैरी कॉम ने कहा कि वह अभी भी अपनी फिटनेस बनाए रखने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा, "मैं दिन में एक बार प्रशिक्षण लेती हूं। मैं हमेशा अपना प्रशिक्षण करती हूं कि चाहें खेल हो रहा हो या नहीं।"

ओलंपिक को लेकर यह है मैरी कॉम की राय

अगले साल तक 2020 टोक्यो ओलंपिक को स्थगित करने के अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के फैसले का समर्थन करते हुए, मैरी कॉम ने कहा, "इस स्थिति में, मुझे अपनी राय नहीं देनी चाहिए। आईओसी और विशेषज्ञों द्वारा लिया गया निर्णय अच्छा है। एथलीट्स जो टॉप पर थे, फिर से उस स्थान पर पहुंच सकते हैं। यह कोई बड़ी बात नहीं है, मुझे लगता है। एथलीट, जो ट्रेनिंग नहीं रहेंगे, तो यह उनका नुकसान है।'

Posted By: Abhishek Kumar Tiwari