RANCHI : मटका के कारोबार से लाखों लोगों का घर उजाड़ने वाले माफिया के खिलाफ पुलिस ठोस कार्रवाई करने के मूड में है। पुलिस सूत्रों की मानें तो हाल के दिनों में शहर में सक्रिय कुछ मटका कारोबारियों ने अकूत रुपया और प्रॉपर्टी जमा कर ली है। इनलोगों के नाम से कांके रोड चुड़ी टोला के समीप, रातू रोड बिरला मैदान, किशोरगंज बड़ा तालाब के समीप अरगोड़ा चौक से पुन्दाग वाली सड़क, कर्बला चौक, गुदड़ी, मेन रोड जैसे इलाकों में काफी महंगी प्रापर्टी खरीदी गयी है या कब्जा किया गया है। पुलिस मुख्यालय और अन्य खुफिया एजेंसियां इस संबंध में जानकारियां एकत्र कर रही हैं कि अवैध तरीके से जूआ (मटका) खेलाने वाले माफिया लोगों की प्रापर्टी राजधानी के और किन इलाकों में है।

महंगी गाडि़यों और जमीन के शौकीन

राजधानी में सक्रिय मटका माफिया के गिरोह में सक्रिय लोग महंगी गाडि़यों और जमीन के शौकीन हैं। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार इनमें कई के पास 20 लाख रुपए से ज्यादा की कई गाडि़यां हैं। यह मटका कारोबारी राजधानी में कई इलाकों में जमीन का कारोबार भी कर रहे हैं और अपनी निजी संपत्ति भी बढ़ा रहे हैं। पुलिस इन गाडि़यों की डिटेल निकालने में जुटी है।

अड्डों में हर दिन चमकता है हथियार

राजधानी के इन चुनिंदा इलाकों में मटका खेलाने वाले माफिया के लोग हर दिन हथियार चमकाते हैं। स्थानीय थाना के संरक्षण के कारण इनको खुली छूट मिल गयी है। यह सात थानाक्षेत्र हैं जहां खुलेआम मटका का कारोबार चल रहा है। अखबार में खबर प्रकाशन के बाद एक-दो दिन तक काम बंद रहता है उसके बाद फिर शुरू हो जाता है।

इन इलाकों में होता है मटके का खेल

कोतवाली थाना

अपर बाजार स्थित सब्जी मंडी, गाड़ीखाना भुईया टोली और सेवा सदन सड़क व बड़ा तालाब के आसपास।

लोअर बाजार थाना

मेन रोड , कलाल टोली, फूल बगान, कर्बला चौक, गुदड़ी चौक

चुटिया थाना

पशु अस्पताल के पीछे मैदान में। यहां गांजा भी मिलता है।

जगन्नाथपुर थाना

थाने के बगल में लीची बगान और जगन्नाथपुर मंदिर के पीछे।

सुखदेव नगर थाना

मधुकम, इंद्रपुरी रोड नंबर 10, अलकापुरी खादगढ़ा सब्जी मंडी और किशोरगंज संस्कृत कॉलेज के आसपास के क्षेत्रों में।

पंडरा ओपी

आईटीआई बस स्टैंड और ओटीसी मैदान के आसपास के क्षेत्रों में।

नामकुम थाना

मौलाना आजाद कॉलोनी पुल के दायीं ओर।

हर महीने 15 करोड़ का अवैध कारोबार

एक मटका कारोबारी के मुताबिक राजधानी में हर महीने करीब 15 करोड़ रुपये का कारोबार होता है। जानकारी के मुताबिक कई बार इसे लेकर पुलिस से शिकायत की जाती है, लेकिन पुलिस के स्तर से कार्रवाई नहीं की जाती। पुलिस कार्रवाई तभी करती है, जब मटका कारोबारियों और पुलिस के रिश्ते में किसी बात को लेकर खटास आ जाती है या फिर तब जब किसी वरीय अधिकारी की तरफ से कार्रवाई करने के लिए कहा जाता है। बाकी वक्त तो बस 'बागो में बहार है' जैसा माहौल ही रहता है।

पुलिस इनके खिलाफ लगातार अभियान चलाती रहेगी। इनकी प्रापर्टी को अटैच करने के लिए न्यायोचित प्रक्रिया भी अपनायी जाएगी। इन लोगों के खिलाफ गवाही देने के लिए और शिकायत करने के लिए लोगों को सामने आना चाहिए।

साकेत कुमार सिंह, पुलिस प्रवक्ता

Posted By: Inextlive