तप रही धरती, बेहाल जिंदगी
23 साल पहले 30 मई 1994 को इलाहाबाद में 48.4 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था पारा
मई में रिकार्ड तोड़ने की ओर गर्मी, जून में पड़ेगी खुजली वाली गर्मी vikash.gupta@inext.co.in ALLAHABAD: पारा पिछले तीन दिनों से 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। दिन में धरती तप रही है और जनता बेहाल है। आम तौर पर सड़कों पर सन्नाटे का आलम होता है। मजबूरी में घर से निकलने वाले भी तोप-ढंक कर निकलते हैं। इस महीने में अब तक पारा 40 के नीचे गया ही नहीं है। आने वाले दिनों के और तपने के पूरे आसार हैं। दिन में यह आलम है तो रात भी चैन से नहीं कट रही है क्योंकि न्यूनतम तापमान भी 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। सर्वाधिक गरम स्थान में इलाहाबादसंडे की ही तरह मंडे को भी इलाहाबाद देश के सर्वाधिक गर्म स्थानो में एक रहा। मंडे को दिन का अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। आगे अभी अत्यधिक गर्माहट में नरमी के कोई संकेत नहीं मिल रहे। मौसम के जानकारों का कहना है कि अबकी मई के बाकी दिनो में भी ऐसे ही तापमान कुलाचे भरता रहे तो आश्चर्य नहीं होना चाहिये। वैसे तो चरम स्तर तक की गर्मी जून के महिने में भी पड़ी है। लेकिन इस बार मानसून एक्सप्रेस की सही टाईम पर मानी जा रही इंट्री के चलते गर्माहट की चरम सीमा मई में ही देखने को मिलेगी। ऐसा आंकलन मौसम विज्ञानियों का है। हालांकि, जिस तरह की वेदर कंडीशन रिकार्ड की जा रही है। उसके मुताबिक जून में लोगों को सबसे ज्यादा पसीना बहाना पड़ सकता है। मतलब इलाहाबादी भाषा में जून में सड़ी गर्मी का पड़ना तय है। इसे हम दूसरी भाषा में खुजली वाली गर्मी भी कहते हैं। जिसमें शरीर पर दाने और फोड़ा-फुन्सी खूब निकलते हैं।
बाक्स हल्की फुल्की बारिश का ही दौर बीते दस वर्षो में मई मंथ में इलाहाबाद में अधिकतम तापमान के रिकार्ड को देखें तो साफ है कि 2010 के अलावा 2012 से लेकर 2016 तक मई में रिकार्ड गर्मी पड़ी है। इनमें सभी का समय 15 मई के बाद का ही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक इलाहाबाद में सबसे ज्यादा गर्माहट का दिन 23 वर्ष पहले का था। 30 मई 1994 को जनपद में रिकार्ड 48.4 डिग्री सेल्सियस तक गर्माहट पहुंची थी। इतना तापमान बाद में कभी भी नहीं रहा। इस मंथ में हल्की फुल्की बारिश का दौर भी चला है।दस साल का रिकार्ड तापमान
18 मई 2016- 46.7
25 मई 2015- 47.7 29 मई 2014- 46.7 18 मई 2013- 48.3 31 मई 2012- 47.8 10 मई 2011- 44.0 17 मई 2010- 46.3 01 मई 2009- 44.8 01 मई 2008- 44.1 25 मई 2007- 44.3 पारे की चाल 16 मई 46.9 15 मई 46.2 14 मई 46.8 13 मई 43.5 12 मई 44.0 11 मई 41.6 10 मई 40.2 09 मई 40.0 08 मई 42.2 07 मई 45.9 06 मई 46.7 05 मई 44.5 04 मई 42.7 03 मई 44.3 02 मई 41.25 15 मई के बाद सूरज के तेवर तल्ख हो जाते हैं। जून में इतनी गर्मी का कोई नया रिकार्ड बनेगा, इसपर कुछ कह पाना मुश्किल है। फिलहाल तो मानसून के लिये अच्छा समय चल रहा है। प्रो। बीएन मिश्रा, एक्स। एचओडी ज्योग्राफी डिपार्टमेंट इलाहाबाद यूनिवर्सिटी