पंजाब की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार कोविड वैक्सीनेशन के दौरान भारी मुनाफा कमाने के आरोप में चाैतरफा घिरती जा रही है। आज यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा प्रमुख मायावती ने भी इस मामले को अमानवीय निंदनीय और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण बताया और केंद्र से मामले को संज्ञान में लेने को कहा है।


लखनऊ (एएनआई)। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कोविड-19 टीकों को लेकर पंजाब सरकार पर निशाना साधा है। ट्वीट की एक सीरीज में बसपा प्रमुख ने पंजाब में कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि वह ऐसे समय में मुनाफा कमाने की कोशिश कर रही थी जब देश कोविड -19 महामारी से जूझ रहा था। महामारी के इस समय में पंजाब की कांग्रेस सरकार द्वारा 400 रुपये में कोविड -19 वैक्सीन खरीदकर और सरकारी अस्पतालों के माध्यम से जनता को लाभ देने के बजाय निजी अस्पतालों को 1,060 रुपये में बेचकर लाभ कमाने का कार्य अशोभनीय है। उसके द्वारा किया गया है कि यह कृत्य अमानवीय, निंदनीय और बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। इसके अलावा मायावती ने इसे दुष्ट कृत्य करार दिया और केंद्र सरकार से इस पर संज्ञान लेने की मांग की।केंद्र सरकार इस मामले को संज्ञान में ले
वहीं एक दूसरे ट्वीट में मायावती ने कहा कि पंजाब सरकार की इस गलत हरकत का मीडिया द्वारा पर्दाफाश करने के बाद स्पष्ट है कि कोरोना वैक्सीन के सम्बंध में कांग्रेस नेतृत्व का अभी तक का जो भी स्टैण्ड व बयानबाजी आदि रही है उसमें गंभीरता कम व नाटकबाजी ज्यादा लगती है। ऐसे में बीएसपी मांग करती है कि केंद्र सरकार इस मामले का उचित संज्ञान ले। इससे पहले, शिरोमणि अकाली दल (SAD) के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब सरकार द्वारा निजी अस्पतालों को लाभ के लिए कोविड वैक्सीन की खुराक कथित तौर पर बेचने की उच्च न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग की थी। उनका कहना था कि पंजाब सरकार 400 रुपये में टीके प्राप्त कर रही है लेकिन उन्हें निजी अस्पतालों को 1,060 रुपये में बेच रही है और निजी अस्पताल उच्च कीमतों पर टीके लगा रहे हैं।सभी टीकों को वापस लेने का आदेश दियास्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू के खिलाफ आम आदमी के टीकों को निजी संस्थानों में भेजने के लिए मामला दर्ज किया जाना चाहिए। इस बीच पंजाब सरकार ने शुक्रवार को निजी अस्पतालों के माध्यम से 18-44 आयु वर्ग की आबादी को एकमुश्त सीमित टीका खुराक प्रदान करने के अपने पहले के आदेश को फिलहाल वापस ले लिया है। वहीं पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने फैसले को वापस लेने और निजी अस्पतालों को दिए गए सभी टीकों को वापस लेने का आदेश दिया, सरकार जल्द से जल्द अपनी गलती को ठीक करेगी।

Posted By: Shweta Mishra