बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने अपनी पार्टी के एक विधायक को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। विधायक पर कार्रवाई नागरिकता संशोधन कानून सीएए का समर्थन करने की वजह से हुई है।

कानपुर। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने अपनी पार्टी के एक विधायक पर कार्रवाई। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक उन्होंने मध्यप्रदेश विधानसभा क्षेत्र के पथेरिया से विधायक रमाबाई परिहार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मायावती ने ट्वीट कर लिखा 'मध्य प्रदेश के पथरिया से बसपा विधायक रमाबाई परिहार को पार्टी से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का समर्थन करने के लिए निलंबित कर दिया गया है। साथ ही उन्हें पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में भाग लेने से प्रतिबंधित कर दिया गया है।

Bahujan Samaj Party (BSP) Chief Mayawati tweets, 'BSP MLA Ramabai Parihar from Patharia, Madhya Pradesh has been suspended from the party for supporting #CitizenshipAmendmentAct. Also, she has been banned from participating in any party program.' pic.twitter.com/mOIcfNbtoe

— ANI (@ANI) December 29, 2019


एमपी/एमएलए के विरूद्ध भी तुरन्त कार्रवाई की जाती

इसके साथ मायावती ने यह भी कहा कि बीएपी ने सबसे पहले इसे विभाजनकारी व असंवैधानिक बताकर इसका तीव्र विरोध किया, संसद में भी इसके विरूद्ध वोट दिया तथा इसकी वापसी को भी लेकर मा राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया। फिर भी विधायक परिहार ने इसका समर्थन किया। पहले भी उन्हें कई बार पार्टी लाइन पर चलने की चेतवानी दी गई थी। बीएसपी एक अनुशासित पार्टी है व इसे तोड़ने पर पार्टी के एमपी/एमएलए आदि के विरूद्ध भी तुरन्त कार्रवाई की जाती है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी प्रमुख मायावती ने इस दाैरान और भी कई ट्वीट किए। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मेरठ एसपी सिटी को लेकर भी ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में वर्षों से रह रहे मुसलमान भारतीय है ना कि पाकिस्तानी अर्थात् सीएए और एनआरसी के विरोध-प्रदर्शन के दौरान खासकर उत्तर प्रदेश के मेरठ SP सिटी द्वारा उनके प्रति साम्प्रदायिक भाषा/टिप्पणी करना अति निन्दनीय व दुर्भाग्यपूर्ण है।

2. ऐसे सभी पुलिसकर्मियों की उच्च स्तरीय न्यायिक जाँच होनी चाहिये और दोषी होने के सही सबूत मिलने पर फिर उनको तुरन्त नौकरी से बर्खास्त करना चाहिये। बी.एस.पी. की यह माँग है। — Mayawati (@Mayawati) December 29, 2019

& Posted By: Shweta Mishra