सोमवार को मेयर और मंगलवार को डिप्टी मेयर कर रहे हैं बोर्ड की मीटिंग

- एक साथ दर्जनों योजनाएं होंगी पास, डोर टू डोर कचरा प्रबंधन के लिए भी शुरू होगी टेंडर की प्रक्रिया

- दैनिक मजदूरों को दिया जाएगा 250 रुपए, स्ट्रीट लाइट और सफाई पर करोड़ों का खर्चा

PATNA: पटना नगर निगम में पहली बार दीवाली व छठ को लेकर दो अलग-अलग जगहों पर बोर्ड की बैठक होनी है। अब तक सोमवार को मेयर की ओर से एसके पुरी स्थित सामुदायिक भवन में बैठक बुलाई गई है, वहीं डिप्टी मेयर की ओर से मंगलावार को दिन के 12 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में बोर्ड की बैठक आयोजित की जानी है। शनिवार को इस पर अंतिम फैसला ले लिया गया है। डिप्टी मेयर की ओर से बोर्ड की यह पहली बैठक बुलाए जाने की खबर से ही मेयर ग्रुप के होश उड़ गए। एक बड़ी पॉलिटिकल टीम ने मिलकर डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता को बोर्ड की बैठक लेने के लिए तैयार किया है। इसके लिए विभिन्न वार्ड के तीस से अधिक काउंसलर ने लिखित रूप दिया है कि वो बोर्ड की बैठक में तभी शामिल होंगे, जब डिप्टी मेयर उसकी अध्यक्षता करेंगे। विपक्षी ने आरोप लगाया कि बोर्ड का विश्वास खो चुके मेयर को यह अधिकार नहीं है कि वो बोर्ड की बैठक बुलाए। नतीजा दो बार से उनके सामने है, इसलिए मंगलवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में डिप्टी मेयर की अध्यक्षता में निगम बोर्ड की बैठक बुलाई जाएगी। इसमें निगम कमिश्नर सहित तमाम ऑफिसर्स मौजूद रहेंगे, वहीं कोरम पूरा करने के लिए काउंसलर की टीम भी मौजूद रहेगी।

विपक्षी और कमिश्नर बन रहे मुसीबत

अविश्वास प्रस्ताव में जीतने के बाद भी मेयर अफजल इमाम के लिए विपक्षी और म्यूनिसिपल कमिश्नर मुसीबत बनते जा रहे हैं। नतीजा यह हुआ कि 16 अक्टूबर को होने वाली बोर्ड की बैठक में एक भी ऑफिसर्स तक मौजूद नहीं थे और न ही काउंसलर की तादात उतनी थी कि बोर्ड की बैठक को पूरा किया जा सके। इसके बाद मेयर ने बोर्ड की बैठक को स्थगित कर दिया और फिर अगला दिन सोमवार को रखा गया है। इसके एक दिन बाद ही डिप्टी मेयर की अध्यक्षता में बोर्ड की बैठक मेयर के लिए एक बड़ी सरदर्दी है। पुख्ता सोर्सेज की मानें, तो इस बोर्ड की बैठक में कई एजेंडे को पास किया जाएगा, साथ ही शामिल तमाम वार्ड को सारी सुविधा और फंड भी टाइम पर दिया जाएगा। अब सोमवार और मंगलवार की बोर्ड की बैठक के बाद ही खुलासा हो पाएगा कि दोनों तरफ से पटनाइट्स को कितना फायदा पहुंचने वाला है।

बोर्ड की मीटिंग पर एक नजर

दिन - सोमवार 20 अक्टूबर

टाइम - 2 बजे

प्लेस - एसकेपुरी सामुदायिक भवन

अध्यक्षता - मेयर अफजल इमाम

एजेंडा - दीवाली और छठ के दौरान सफाई, मजदूरों की दैनिक भत्ता 250.

दिन - मंगलवार 21 अक्टूबर

टाइम - 12 बजे

प्लेस - कलेक्ट्रेट सभागार

अध्यक्षता - डिप्टी मेयर रूप नारायण मेहता

एजेंडा - दीवाली और छठ के दौरान सफाई, स्ट्रीट लाइट, डोर टू डोर कलेक्शन के लिए निविदा, मजदूरों का दैनिक भत्ता 250, 18 लाख की योजना शामिल है।

क्या कहता है म्यूनिसिपल एक्ट

मेयर आसानी से कर सकते हैं मीटिंग

बिहार म्यूनिसिपल एक्ट के तहत मेयर की बैठक अगर कोरम पूरा न होने पर स्थगित हो जाता है, तो वो अगली बोर्ड की बैठक से पहले एक बार फिर तमाम काउंसलर को इसकी सूचना देने के बाद बोर्ड में आए तमाम मेंबर के बीच आसानी से बैठक कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें किसी भी तरह की रोक-टोक की बात नहीं है।

डिप्टी मेयर को भी नहीं रोक सकते मेयर

बिहार म्यूनिसिपल एक्ट 26म्(2) ख को देखें, तो उसमें तीन कॉलम सामने आता है। तीसरा कॉलम अन्य कारण है। इसमें कुछ भी हो सकता है। डिप्टी मेयर की अध्यक्षता के पीछे लॉजिक दिया गया है कि उनके द्वारा बुलाई गई दो बैठक कोरम की कमी की वजह से कैंसिल हुई। कई काउंसलर बैठक में जाना नहीं चाह रहे हैं। ऑफिसर्स ने भी बैठक में जाने से बच रहे है। ऐसे में निगम कमिश्नर आसानी से डिप्टी मेयर की अध्यक्षता में बैठक बुला सकते हैं।

लेटर नगर सचिव की ओर से भेजा जाएगा

यह पहला वाकया होगा, जिसमें मेयर की बैठक और डिप्टी मेयर दोनों की बैठकों के बारे में नगर सचिव स्तर से ही काउंसलर को खबर दी जा रही है। दोनों के लिए डेट और टाइमिंग भी दी गई है। सबसे बड़ी बात है कि दोनों डेट के लिए 7ख् काउंसलर को यह लेटर दिया जाएगा। इसके लिए इंसपेक्टर की मदद से संडे की सुबह तक तमाम काउंसलर के घरों तक पहुंचाया जाएगा।

दोनों के बीच गहराता जा रहा है विवाद

मेयर और कमिश्नर का विवाद अब और भी गहराता जा रहा है। अब तक मेयर के सपोर्ट में चुपचाप रहने वाले ऑफिसर्स ने भी कन्नी काट ली है। इसी का नतीजा हुआ कि अब मेयर अफजल इमाम पूरी तरह से अलग-थलग पड़ गए हैं। ऐसे में मेयर और डिप्टी मेयर के बोर्ड की बैठक के बाद कई तरह की सच्चाई सामने आने वाली है। पब्लिक को कितना फायदा मिलेगा, यह आने वाला वक्त ही बताएगा।

अफजल इमाम

मेयर

रुप नारायण मेहता

डिप्टी मेयर

Posted By: Inextlive