-एमसीआई की टीम पहुंची एमजीएम हॉस्पिटल, की जांच

-एमसीआई खोजती रही रिपोर्ट, ढूंढते रहे डॉक्टर और स्टाफ

-टीम ने हर डिपार्टमेंट की खामियों की वीडियो रिकार्डिग की

JAMSHEDPUR: महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल का निरीक्षण करने शनिवार को मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) की तीन सदस्यीय टीम पहुंची। हालांकि, हॉस्पिटल मैनेजमेंट को इसकी सूचना लग गई थी, इसलिए हॉस्पिटल मैनेजमेंट ने इसकी तैयारी कर ली थी, लेकिन फिर भी खामियां नजर आईं।

सबसे पहले मेडिसीन डिपार्टमेंट में दी दस्तक

टीम सबसे पहले मेडिसीन डिपार्टमेंट पहुंची। वहां पर मरीज व बेड की संख्या का अनुपात जानने की कोशिश की, लेकिन सटीक जवाब नहीं मिला। डॉक्टर और स्टाफ रिपोर्ट ढूंढते रहे। इसके बाद मेडिसीन ओपीडी की जांच की। रूल्स के मुताबिक मेडिसीन ओपीडी में चार रूम होने चाहिए थे, लेकिन तीन ही मिले। जगह भी काफी कंजस्टेड थी। इसे देखकर भी टीम ने नाराजगी जाहिर की।

तिलमिला उठी टीम

सर्जरी ओपीडी में सिर्फ एक ही रूम देखकर टीम तिलमिला गई, जबकि अलग-अलग चार रूम होने चाहिए थे। टीम ने एक-एक खामियों को प्वाइंट आउट किया और डायरी में नोट की। इसके बाद डार्क रूम सहित अन्य ओपीडी की भी जांच की।

नहीं दिखा बदलाव

अब बारी आई वार्ड की। हड्डी रोग विभाग के माइनर ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में टीम पहुंची तो वहां ड्रेसिंग लायक भी सामग्री नहीं मिली। वहीं मेजर ओटी में भी ज्यादा कुछ नहीं देखा। सर्जरी वार्ड के ओटी में टीम ने कहा कि उन्हें कुछ भी बदलाव नहीं दिख रहा है। सब कुछ पहले जैसा ही है। टीम एक-एक उपकरण व खामियों की वीडियो रिकार्डिग की। इसके साथ ही ईएनटी, गाइनिक सहित अन्य विभागों के ऑपरेशन थियेटर की भी जांच की।

दिखे एप्रन में

शनिवार को सुपरिंटेंडेंट से लेकर जूनियर डॉक्टर तक ने एप्रन में दिखे। साफ-सफाई, कर्मचारियों की तैनाती, ओपीडी में सीनियर-जूनियर डॉक्टरों की तैनाती (ड्रेस-कोड के साथ) सभी कुछ बेहतर रहा, लेकिन एमसीआई की टीम के जाते ही पहले वाला नजारा दिखने लगा। इमरजेंसी विभाग में एमसीआई की टीम पहुंची तो वहां मरीज और उनके अटेंडेंट की काफी भीड़ थी। एक ओर टीम ड्यूटी रूम में पूछताछ कर रही थी और उधर, डॉक्टर और स्टाप्स पेशेंट्स के अटेंडेंट को बाहर जाने के लिए कह रहे थे। टीम जैसे ही बाहर निकली तमाम लोग फिर से अंदर पहुंच गए।

खंगाली गई फाइलें

एमजीएम मेडिकल कॉलेज में सभी सीनियर व जूनियर डॉक्टरों की फाइलें खांगाली गईं। क्7 अक्टूबर को हाईकोर्ट में सीट बढ़ाने को लेकर सुनावाई होनी है। इसे लेकर सरकार ने अपना पक्ष रखा है। इसके बाद हाई कोर्ट ने एमसीआई को जांच करने का निर्देश दिया था। टीम में डॉ। गंगाधर गौड़ा, डॉ। नरसिंघलु और डॉ। जयंत डे शामिल थे। मौके पर एमजीएम हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट डॉ। आरवाई चौधरी, डिप्टी सुपरिंटेंडेंट डॉ। एके सिंह, डॉ। निर्मल कुमार, डॉ। अरुण कुमार, डॉ। पीके साहू, डॉ। डीके सिन्हा, डॉ। दिवाकर हांसदा, डॉ। पीके दत्ता सहित तमाम डॉक्टर मौजूद थे।

Posted By: Inextlive