-एमडीए का एक और कारनामा, बिना एनओसी के रजवाहे की पटरी पर गाड़ दिए बिजली के खंबे

-सिंचाई विभाग ने एमडीए के एई और जेई के खिलाफ कैनाल कोर्ट में कराया मुकदमा दर्ज

Meerut: अभी बिजनेस पार्क से पीछा छूटा नहीं था कि एमडीए ने बिना सिंचाई विभाग की एनओसी के एक और खेल कर दिया। एमडीए ने बिजली बंबा बाइपास स्थित रजवाहे की पटरी पर बिजली के खंभे गाड़ने शुरू कर दिए, जबकि इस बाबत न तो सिंचाई विभाग के अफसरों से कोई वार्ता की और न ही कोई एनओसी लेनी उचित समझा। एमडीए के इस कारनामे पर सिंचाई विभाग ने प्राधिकरण के एक एई और जेई पर कैनाल कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया है।

सिंचाई विभाग सख्त, एमडीए पस्त

सिंचाई विभाग खण्ड मेरठ के सींचपाल संजय कटारिया ने बताया कि मेरठ विकास प्राधिकरण की ओर से बिजली बंबा बाइपास स्थित संजय वन के बास रजवाहे की पटरी पर बिजली को खंभे गाड़े जा रहे हैं। जब एमडीए के अफसरों से इस बाबत एनओसी मांगी गई तो उनके पास इस तरह का कोई साक्ष्य नहीं मिल पाया। इस पर सिंचाई विभाग के कर्मचारियों ने कार्य रुकवा कर एमडीए के एई एपी सिंह व जेई अनिल नेहरा के खिलाफ कैनाल कोर्ट में मुकदमा दर्ज करा दिया।

रिठानी माइनर पर भी किया था खेल

बिना एनओसी के गाड़े गए बिजली के खंभे वाला मामला एमडीए अफसरों के लिए कोई नई बात नहीं है। इससे पूर्व भी एमडीए बिजनेस पार्क डेवलपमेंट के चक्कर में सिंचाई विभाग की बिना एनओसी के न केवल रजवाहे की पटरी पर अवैध रोड का निर्माण करा चुका है, बल्कि रजवाहे की एक मीटर पटरी को काट कर अपनी रोड में भी मिला चुका है।

एमडीए के एक एई और जेई बिना एनओसी के रजवाहे की पटरी पर बिजली का खंभा गाड़ रहे थे। इसका विरोध करने पर उन्होंने अडि़यल रवैया दिखाया। सिंचाई विभाग की ओर से दोनों के खिलाफ कैनाल कोर्ट में मुकदमा दर्ज कराया गया है।

संजय कटारिया, सिचाई विभाग कैनाल कोर्ट खंड मेरठ

Posted By: Inextlive