- बिना पार्किग वाली 159 बिल्डिंग्स की एमडीडीए ने चिन्हित

- शुरू किए नोटिस देने, नोटिस पीरियड में पार्किग की करनी होगी व्यवस्था

- पार्किग नहीं तो की जाएगी सीलिंग की कार्रवाई

देहरादून,

बेसमेंट पार्किग का यूज दूसरे कामों में लेने वाले कॉमर्शियल बिल्डिंग्स के खिलाफ एमडीडीए ने कार्रवाई का मन बना लिया है। सिटी एरिया में किए गए सर्वे में ऐसी 159 बिल्डिंग्स चिन्हित की गई हैं। इन्हें नोटिस दिए जाने की तैयारी है, इसके बाद एमडीडीए एक्शन लेगा। कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में पार्किग न होने पर सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।

सर्वे पूरा अब एक्शन की तैयारी

सिटी में मल्टीस्टोरी कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में पार्किग प्लेस का यूज दूसरे कामों में लिया जा रहा है, किसी ने बेसमेंट को स्टोर बना रखा है तो किसी ने दूसरे कामों में एंगेज कर रखा है। ऐसे में पार्किग के लिए जगह न होने पर विजिटर्स अपने वाहन रोड के किनारे पार्क करने को मजबूर हैं, जो ट्रैफिक की रफ्तार रोकता है और लोगों को जाम का झाम झेलना पड़ता है। इसे देखते हुए एमडीडीए ने पिछले माह 15 दिनों का स्पेशल कैंपेन चलाकर सिटी में ऐसी कॉमर्शियल बिल्डिंग्स का सर्वे किया जिनके पास या तो पार्किग नही है, या फिर वे इस प्लेस को दूसरे कामों में यूटिलाइज कर रहे हैं। एमडीडीए ने ऐसी 159 बिल्डिंग चिन्हित की हैं। इनमें 48 बिल्डिंग ऐसी हैं जिनका चिन्हीकरण हाई कोर्ट के निर्देश पर अतिक्रमण को देखते हुए किया गया है। इनमें शोरूम, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स शामिल हैं। एमडीडीए के सचिव जीसी गुणवंत ने बताया कि फ्राइडे से सभी को नोटिस भेजे जाने शुरू कर दिए गए हैं। नोटिस के जरिए पार्टी को अपना पक्ष रखने का मौका दिया गया है। नोटिस पीरियड में पार्किग की व्यवस्था न होने पर सीलिंग की कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।

एमडीडीए की बाउंड्री भी दायरे में

एमडीडीए की लिस्ट में खुद एमडीडीए हेडक्वार्टर भी शामिल है। अथॉरिटी हेडक्वार्टर की बाउंड्रीवाल भी अतिक्रमण के दायरे में है। एमडीडीए ऑफिसर्स का कहना है कि इसे भी दुरुस्त किया जाएगा।

अथॉरिटी से पुरानी बिल्डिंग भी चिन्हित

159 कॉमर्शियल बिल्डिंग्स की लिस्ट में एक ऐसी बिल्डिंग भी शामिल है, जो एमडीडीए के गठन से पहले ही बन चुकी थी। धारा चौकी के पास बनी इस बिल्डिंग में बेसमेंट पार्किग का प्रावधान नहीं किया गया था। लेकिन, वर्तमान मानकों के हिसाब से बेसमेंट पार्किग जरूरी है।

पहले भी हुए हैं सर्वे

पार्किग को लेकर कॉमर्शियल बिल्डिंग्स का सर्वे पहले भी किया गया है। ये सर्वे भी एमडीडीए की ओर से ही किया गया था। ट्रैफिक पुलिस ने भी अपनी ओर से इस मामले को लेकर पड़ताल की थी और कई कॉमर्शियल बिल्डिंग्स की लिस्ट पिछले वर्ष मई-जून में एमडीडीए को सौंपी थी। लेकिन, एमडीडीए एक्शन नहीं ले पाया।

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कॉमर्शियल बिल्डिंग्स में पार्किग प्लेस होना जरूरी है। अथॉरिटी ने ऐसे 149 बिल्डिंग्स का चिन्हीकरण किया है, जिनके पास पार्किग प्लेस नहीं है या फिर इसे दूसरे काम में यूटिलाइज किया जा रहा है। उन्हें नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं, नोटिस पीरियड के बाद सीलिंग की कार्रवाई की जाएगी।

-जीसी गुणवंत, सचिव, एमडीडीए।

Posted By: Inextlive