निजाम लहरा रहे थे फरमान, मरीज ने तोड़ दिया दम
- मेडिकल कॉलेज में डीएम के निरीक्षण में उभरी खामियां
-ओपीडी से डॉक्टर गायब, लिखी जा रही बाहर की दवाएं -सही नहीं मिल रहा खाना, चेतावनी देकर चलते बने डीएम Meerut : डेंगू-चिकनगुनिया के प्रकोप से सिर उठा रही महामारी और दम तोड़ रहीं स्वास्थ्य सेवाएं। शनिवार को डीएम जगत राज को मेडिकल कॉलेज में निरीक्षण के दौरान घोर अव्यवस्थाएं मिली। निजाम, फरमान लहरा रहे थे तो वहीं इमरजेंसी के गेट पर वेंटीलेटर न मिलने से मरीज ने दम तोड़ दिया। गलियारों में मरीज तड़पते मिले तो दवाओं को बाहर से मंगाने का कारोबार बदस्तूर जारी मिला। खाने की घटिया क्वालिटी पर प्रिंसिपल ने बजट कम होने की बात कही। और तोड़ दिया दम फोटो-36-32लिसाड़ी गेट के अहसान अली को गंभीर स्थिति में मेडिकल की इमरजेंसी में लाया गया, वेंटीलेटर चाहिए था। नहीं मिला, दो घंटे तक चक्कर कटाया अस्तपाल में। इमरजेंसी के बाहर डीएम से परिजनों ने न्याय की गुहार लगाई, डीएम अधीनस्थों को इशारा कर आगे बढ़ गए। इमरजेंसी में निरीक्षण के दौरान डीएम को तीमारदारों ने असलियत से रूबरू कराया। इमरजेंसी के बाहर की एक महिला मरीज पर लेटी थी जिसे डीएम ने एडमिट कराया। ओपीडी के बाहर कई मरीज फर्श पर लेटे मिले।
बाहर से मंगा रहे दवाएंस्त्री रोग विभाग में महिला तीमारदारों ने बाजार से दवा मंगाने की शिकायत की। डीएम ने प्रिंसिपल प्रो। केके गुप्ता से सवाल किया तो उन्होंने तीमारदार को डपट दिया। डीएम ने सख्त हिदायत दी कि दवाएं बाहर से न मंगाएं, डॉक्टर वहीं दवाएं परचे पर लिखे जो उपलब्ध हैं। कैंटीन में खाने की घटिया क्वालिटी पर डीएम ने प्रिंसिपल को आड़े हाथों लिया।
प्रिंसिपल को नहीं मालूम हाल स्वास्थ्य सेवाओं का क्या हाल होगा मेडिकल में? प्रिंसिपल को ये ही नहीं मालूम कि कहां क्या चल रहा है? प्रिंसिपल ने डीएम को बंद पड़ी एक्सरे मशीन के सामने खड़ा कर दिया। बाद में स्टॉफ ने बताया कि यह मशीन बंद है। ब्लक बैंक का निरीक्षण डीएम ने किया, यहां कर्मचारी तीमारदारों को टहला रहे थे। वार्डो को खंगाला, शौचालय देखे। बाउंसर लेकर चलते हैं प्रिंसिपल डीएम के निरीक्षण में प्रिंसिपल बाउंसर्स के साथ पहुचे। ब्लैक ड्रेस में एक बाउंसर उनके साथ रहा तो वहीं कुछ आसपास मुस्तैद थे। डीएम ने बाउंसर के बारे में पूछा तो पि्रंसिपल ने सुरक्षा कारणों का हवाला दे दिया। डॉक्टर गायब मिलान्यूरोलॉजिस्ट डॉ। मणि गुप्ता ओपीडी से गायब मिले। शिकायत की कि ये तो आते ही नहीं है, सत्ता में बड़ा रसूख है इनका। ये सत्ता के 'दामाद' हैं। डीएम ने साफ किया कि कोई भी हो ओपीडी से गायब रहने वाले के खिलाफ कार्यवाही होगी। वहीं मांगों को लेकर धरने पर बैठी नर्सेस से कन्नी काटते हुए डीएम निकल गए। प्रिंसिपल ने डीएम को बताया कि शनिवार को ओपीडी में 2650 मरीजों को देखा गया जिसमें से 1200 मरीज विभिन्न बुखार से पीडि़त हैं। निरीक्षण में नगर आयुक्त देवेन्द्र सिंह कुशवाह, सीएमएस डॉ। विभु साहनी, डॉ। अजीत चौधरी, ब्लड बैंक के इंचार्ज डॉ। संजय आदि मौजूद थे।