मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड से शराब मिलने से खलबली

पुलिस ने छापेमारी कर ठेकेदार समेत दो लोगों को दबोचा

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Meerut:
शराब की तस्करी के लिए तस्करों ने मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड को ही अंग्रेजी शराब का गोदाम बना दिया। एसपी सिटी रणविजय सिंह ने गुरुवार को छापेमारी करके वहां से 200 पेटी अंग्रेजी शराब की बरामद की। इसके अलावा पुलिस ने दो शराब तस्करों को गिरफ्तार किया।

 

अवैध शराब का जखीरा

मेडिकल प्रशासन ने मेडिकल कालेज के प्राइवेट वार्ड का एक कमरा सिविल कंस्ट्रक्शन के ठेकेदार रजत कांत त्यागी को किराए पर दिया है। बताते हैं कि रजतकांत त्यागी का वेस्ट एंड रोड पर अंग्रेजी शराब का ठेका भी है। गुरुवार सुबह 10 बजे करीब एसपी सिटी रणविजय सिंह के नेतृत्व में मेडिकल पुलिस ने मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड में दबिश दी। छापा पड़ते ही वहां पर खलबली मच गई। पुलिस ने वहां से दो शराब तस्करों को दबोच लिया। वहां से पुलिस ने 200 पेटी शराब की बरामद की। जिसकी कीमत 15 लाख रुपये के आसपास बताई जा रही है।

 

मच गई खलबली

मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड में शराब का जखीरा मिलते ही खलबली मच गई। कुछ ही देर में कॉलेज के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजीत चौधरी, चिकित्सा अधीक्षक डॉ संजीव व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने पुलिस से सारे मामले की जानकारी जुटाई।

 

रजत है मास्टर माइंड

सीओ सिविल लाइन राम अर्ज ने बताया कि सारे मामले का मास्टर माइंड रजत कांत त्यागी है। छानबीन में निकल कर आया है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने रजत त्यागी के आवेदन पर ही उसे निर्माण से जुड़ा सामान रखने के लिए एक कमरा उसे दिया गया था। उसका वेस्ट एंड रोड पर अंग्रेजी शराब का ठेका भी है।

 

एक अप्रैल से ठेका

पुलिस ने बताया कि ई-टेंडरिंग के जरिए बीते एक अप्रैल से ही रजत कांत त्यागी को मेडिकल में निर्माण का ठेका मिला है। सीओ सिविल लाइन का कहना है कि कालेज प्रशासन ने उसका टेंडर निरस्त करके उसे ब्लैक लिस्टेड कर दिया है। सीओ सिविल लाइन रामअर्ज ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड में मिली शराब क्षशिला कॉलोनी स्थित अंग्रेजी शराब के ठेकेदार राजीव भाटी की है। उसे गिरफ्तार किया गया है। उसके साथ उसके सेल्समैन बब्लू को भी गिरफ्तार किया गया है। जबकि ठेकेदार रजत कांत त्यागी फरार है। पुलिस के मुताबिक राजीव भाटी से रजत कांत त्यागी किराए के नाम पर आठ हजार रुपये वसूल रहा था।

 

तस्करी के लिए गोदाम

पुलिस के मुताबिक कांवड़ यात्रा के दौरान शराब ठेकों को बंद कर दिया जाता है, इसलिए शराब की चोरी छिपे तस्करी के लिए मेडिकल कॉलेज के प्राइवेट वार्ड को शराब का गोदाम बनाया गया था।

 

अपने-अपने दावे

मेडिकल प्रशासन का दावा है कि उन्होंने पुलिस को सूचना दी थी। जबकि एसओ मेडिकल सतीश कुमार का कहना है कि मेडिकल प्रशासन ने घटना छिपाने का प्रयास किया। उन्हें मुखबिर की सूचना से मेडिकल के प्राइवेट वार्ड में दबिश डाली थी।

 

तीन लोगों के खिलाफ अवैध रूप से शराब स्टाक करने का मुकदमा दर्ज किया गया। जिसमें दो गिरफ्तार हो चुके है।

राजेश कुमार पांडे एसएसपी

Posted By: Inextlive