- एसएन की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में लिए गए निर्णय

- छह सप्ताह की ट्रेनिंग पर हायर सेंटर में जाएंगे मेडिकल छात्र

आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज में मेडिकल छात्रों (एमबीबीएस के छात्र) की पैरेंट्स टीचर मीटिंग (पीटीएम) होगी। हर तीन महीने पर छात्रों के परिजनों को बुलाया जाएगा, उनसे मेडिकल छात्र का रिपोर्ट कार्ड साझा किया जाएगा। एसएन की एकेडमिक काउंसिल की बैठक में पाठ्यक्रम में बदलाव से लेकर क्लीनिकल क्लासेज में 80 फीसद अनिवार्यता की गई है।

एकेडमिक काउंसिल बनाई है

एसएन में शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने के लिए एकेडमिक काउंसिल बनाई गई है। इसकी बैठक में मेडिकल छात्रों के लिए लेक्चर थिएटर में 75 फीसद उपस्थिति और क्लीनिकल क्लासेज में 80 फीसद उपस्थिति अनिवार्य की गई है। इसके बाद ही मेडिकल छात्रों को परीक्षा में शामिल किया जाएगा। परीक्षाएं समय से कराने के लिए एकेडमिक कलेंडर तैयार किया गया है। सितंबर से फ‌र्स्ट प्रोफेशनल की परीक्षाएं होंगी, फाइनल प्रोफेशनल की परीक्षाएं दिसंबर में कराई जाएंगी। फाइनल प्रोफेशनल के छात्रों को छह सप्ताह की ट्रेनिंग के लिए हायर सेंटर में भेजा जाएगा। वहीं, मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया ने पाठ्यक्रम में बदलाव किया है। एमबीबीएस में प्रवेश लेने वाले छात्रों को पहले एक महीने फाउंडेशन कोर्स कराया गया। इसके साथ ही सांस्कृतिक और खेलकूद गतिविधियों को भी शामिल किया गया है। नए पाठ्यक्रम के हिसाब से एमबीबीएस की मा‌र्क्सशीट के फॉर्मेट में बदलाव के लिए विवि प्रशासन को पत्र लिखा गया है। प्राचार्य डॉ। जीके अनेजा ने बताया कि शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। डॉ। दिव्या श्रीवास्तव को एकेडमिक काउंसिल की डीन बनाया गया है।

Posted By: Inextlive