Patna: पीएमसीएच एनएमसीएच सहित तमाम गवर्नमेंट हॉस्पीटल्स में दवाओं की कमी बरकरार है. पेशेंट मार्केट से दवा खरीद रहे हैं पर हॉस्पीटल इस मामले में कोई कदम नहीं उठा रहा है.


अपनी बेबसी पर रो रहा हैहो बस इतना रहा है कि डिपार्टमेंट एडमिनिस्ट्रेशन पर और एडमिनिस्ट्रेशन अपनी बेबसी पर रो रहा है। दरअसल, मामला अनियमितता को लेकर है। पीएमसीएच के बाद एक ताजा मामला एनएमसीएच का आया है, जिसमें खरीदी गई दवा में भारी गड़बड़ी पाई गई है। वो भी एक दो नहीं, बल्कि 81 लाख की अनियमितता सामने आई है। इस मामले में अब तक दो कमेटी ने जांच कर अपनी रिपोर्ट भी दे दी है, जिसके बाद निगरानी की ओर से जांच की जा रही है।लोकल परचेजिंग पर उठा सवाल


रिपोर्ट के मुताबिक 2008-09 और 09-10 में एनएमसीएच में जो लोकल दवा और इंस्ट्रूमेंट की खरीद हुई थी, उसमें भारी अनियमितता पायी गयी है। दवा और इंस्ट्रूमेंट की खरीदारी जिस तीन एजेंसी से हुई थी, वे तीनों ही पटना की ही हैं। इन एजेंसीज से मार्केट की कीमत से दोगुनी-तीगुनी कीमत पर दवा खरीदी गयी थी, जिसमें मशीन से लेकर वैक्सीन तक शामिल है। सोर्सेज की मानें, तो औचक निरीक्षण के दौरान एनएमसीएच में जब जांच की गयी, तो इसका खुलासा हुआ। सूत्रों के अनुसार अगर फिर से जांच की जाए, तो काफी तादात में अनियमितता सामने आएंगी।ऐसे लगाया गया चूना- सीआर्म इमेज इन्टेंसिफायर मशीन की खरीदारी में 9,00,600 रुपए

- पांच सौ एमए एक्सरे मशीन की खरीदारी में 14,17,240 रुपए - टेट ग्लोब की खरीदारी में 8,98,240 रुपए- एमोक्सलीन 250एमजी कैप्सूल की खरीदारी में 7,58,421 रुपए - एम्पीसिलीन 250एमजी कैप्सूल की खरीदारी में 10,84,720 रुपए - प्रोसीड मेस की खरीदारी में 15,64,794.16 रुपए -PDS 11 NW9262  की खरीदारी में 1,87,755 रुपए - Amphotericin - B की दवा की खरीदारी में 16140 रुपए - Cough expectorant 14000 phial की खरीदारी में 44760 रुपए -Vancuranium Flaxive की खरीदारी में 1,17,000 रुपए - एक ही विपत्र में दो बार भुगतान किए जाने पर सरकार को 1,43,832 रुपए- Kenpore Surgical Tap की खरीदारी पर 1295 रुपए -Dexona 2ml vial की खरीदारी पर 9,96,320 रुपए - Amp+clox.250mg each capsule  की खरीदारी पर 32,536 रुपए (इस खरीदारी में कुल 81,65,973 रुपए राजस्व की हानि हुई है.)कब सुधरेगा सर्जिकल स्टोर- फाइनेंशियल इयर 2009-2010 में 4,5400000 रुपए का नेफ्रोलॉजी डिपार्टमेंट-क्लिनिकल पैथोलॉजी डिपार्टमेंट के लिए दवा खरीदी गई एवं भंडार किया गया, जिसकी निगरानी द्वारा जांच की गई।- फाइनेंशियल इयर 2009-2010 में एंटी बैक्टीरियल भिक्रिल खरीद कर सर्जिकल भंडार में 980000 रुपए का किया गया। इसकी अनुशंसा सर्जरी डिपार्टमेंट के एचओडी ने खरीदने के लिए किया, जिसकी जांच निगरानी द्वारा की जा रही है।

- 2009-10 में 10-12-2010 को एंटी बैक्टीरियल भिक्रिल की चोरी सर्जिकल भंडार से 11 लाख हुआ, जिसमें डीएसपी टाउन ने चोरी का मामला असत्य पाया।- 19-6-12 को सर्जिकल स्टोर से ह्यूमन एलबुमिन की तीस लाख का हुआ, एफआईआर के बाद अनुसंधान लंबित है।- फाइनेंशियल इयर 2012-13 में पेशेंट के लिए लगभग एक करोड़ रुपए से वर्दी खरीदी गई, पर मरीजों को नहीं दिया गया।

Posted By: Inextlive