- कैंट बोर्ड जनरल हॉस्पिटल का पिछले एक साल से बंद पड़ा है स्टोर रूम

- सीबीआई जांच के बाद सील करके गई थी स्टोर रूम

- पिछले कुछ महीनों से दवाओं की किल्लत झेल रहा है सीजीएच

Meerut : कैंट जनरल हॉस्पिटल में सील बंद कमरे में दवाएं एक्सपायर कर गई हैं। लाखों रुपए की इन दवाओं को लेकर कई बार लेटर भी लिखा जा चुका है, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। दूसरी ओर हॉस्पिटल में आने वाले लोगों को दवाओं के अभाव से जूझना पड़ रहा है। गरीब जनता को बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही है। गौरतलब है कि दवाओं की खरीद पर जांच के लिए आई सीबीआई की टीम ने पिछले साल स्टोर में रूम को सील कर दिया था।

करीब 83 फीसदी दवाएं एक्सपायर

सीजीएच के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो स्टोर रूम में करीब 6 लाख रुपये की दवाएं रखी हुई हैं, जिनमें करीब 5 लाख रुपये की दवाएं एक्सपायर हो चुकी हैं। क्योंकि स्टोर में अधिकतर दवाएं ऐसी हैं, जिनकी एक्सपायर डेट एक साल या कुछ महीने की ही थी। गौरतलब है कि कैंट जनरल हॉस्पिटल में डेली ओपीडी में करीब 450 मरीज आते हैं, जिन्हें करीब 50,000 रुपया की दवाओं की खपत हो जाती हैं।

सीबीआई ने लगाई थी सील

पिछले वर्ष अप्रैल के आसपास सीबीआई ने स्वत: संज्ञान लेते हुए कैंट जनरल हॉस्पिटल में छापा मारा था। सभी दवाओं के रिकॉर्ड चेक किए थे। एक-एक दवा को चेक किया था। जो दवाएं एक्सपायर हो चुकी थीं, उन्हें डिस्ट्रॉय भी कर दिया था। दवाओं को स्टोर में बंद कर सील लगा दी गई थी। इसके बाद अभी तक कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। वार्ड-8 के मेंबर विपिन सोढ़ी ने तो यहां तक कहा था कि रिपोर्ट आ चुकी है। जबकि सीईओ और बाकी कैंट बोर्ड स्टाफ का कहना था कि अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं आई है।

दवाओं से जूझ रहा हॉस्पिटल

जहां एक ओर लाखों रुपए की दवाएं एक्सपायर हो गई, दूसरी ओर हॉस्पिटल दवाओं की किल्लत से जूझ रहा है। जबसे सीबीआई सील लगाकर गई है तब से दोबारा से दवाओं का टेंडर नहीं हुआ है। नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर हॉस्पिटल के कर्मचारी ने बताया कि मरीजों को बाहर की दवाएं लिखी जा रही हैं। छोटी-मोटी दवाएं जो बाहर हैं, उन्हें देकर पीछा छुड़ाया जा रहा है। दवाओं के बारे में कैंट बोर्ड के आलाधिकारियों को कई बार लेटर लिखा जा चुका है लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई है।

हम दवाओं की क्राइसिस को लेकर कई बार लेटर लिख चुके हैं। वैसे जो दवाएं हमारे पास मौजूद हैं, उन्हें मरीजों को डेली दी जा रही हैं।

- डॉ। आराधना पाठक, आरएमओ, कैंट जनरल हॉस्पिटल

Posted By: Inextlive