- तोड़-फोड़कर ध्वस्त किया संप्रेषण गृह और राजकीय बाल सदन

- गुरुवार सुबह कर्मचारियों को भगाया, जमकर किया पथराव

- पुलिस-प्रशासन के प्रयास विफल, प्रोवेशन विभाग की भूमिका घेरे में

Meerut : सूरजकुंड स्थित राजकीय संप्रेषण गृह (किशोर) और बाल संरक्षण गृह को उपद्रवी किशोरों ने कब्जा लिया। बुधवार रात्रि 10:30 बजे शुरू हुए उपद्रव ने गुरुवार प्रात: उग्र रूप ले लिया। किशोरों ने बाल सदन और संप्रेषण गृह को तोड़फोड़करध्वस्त कर दिया। पुलिस-प्रशासन पंगु नजर आई तो वहीं प्रोवेशन विभाग की अपील मानने से उपद्रवियों ने मना कर दिया।

कर दिया हमला, भागकर बचाई जान

संप्रेक्षण गृह में बुधवार रात शुरू हुआ किशोरों का बवाल गुरुवार प्रात: भड़क गया। संप्रेक्षण गृह की बिल्डिंग से बाहर निकलकर किशोरों ने गेट पर तैनात पुलिस और पीएसी जवानों पर हमला बोलते हुए पथराव शुरू कर दिया। पेट्रोल बम भी फेंके गए। संप्रेक्षण गृह को जेल के 'किशोर सदन' में शिफ्ट करने और मेरठ-बागपत के उपद्रवी किशोरों को सूबे के अन्य संप्रेषण गृह में भेजने की जानकारी के बाद विरोध भड़क गया। संप्रेषण गृह को किशोरों के कब्जे में छोड़कर पुलिस ने कदम पीछे खींच लिए तो वहीं देर शाम एडीएम सिटी, दो थानों के इंस्पेक्टर और प्रोवेशन विभाग के साझा प्रयास पर भी उपद्रवियों ने पानी फेर दिया। देर शाम बवालियों के परिजनों को संप्रेषण गृह में घुसाया गया है, हालांकि किशोरों ने उनसे भी बात नहीं की।

फेंका ऑफीशियल लेटर

बवाल कर रहे किशोरों से जब पुलिस ने वजह पूछी तो उन्होंने एक प्रोवेशन विभाग के एक ऑफीशियल लेटर को फेंका, इस लेटर में मेरठ-बागपत के चिह्नित उपद्रवियों को सूबे के अन्य संप्रेषण गृह में शिफ्ट करने के लिए डीएम को लिखा गया था।

दिनभर चला चूहा-बिल्ली का खेल

संप्रेक्षण गृह के पिछले हिस्से में पार्क की ओर की ग्रिल को किशोरों ने बुधवार रात करीब 11 बजे ही तोड़ दिया और फरारी का प्रयास किया। फायर एस्टिग्यूसर तोड़ दिए, स्टॉफ की साइकिल को तोड़कर बेरीकेडिंग पर टांग दिया। छोटी बोतलों में पेट्रोल भरकर उनमें आग लगाकर पुलिस पर फेंकी गई। पुलिसकर्मियों ने पीछे दौड़कर जान बचाई। गेट के सामने सड़क पर पत्थर ही पत्थर दिखाई दे रहे थे। आसपास के मकानों को भी निशाना बनाया गया। मोहल्ले में भगदड़ मच गई। आसपास के लोग मकानों में ही कैद हो गए।

'सिलेंडर से उड़ा देंगे'

किशोर छत पर दो बड़े गैस सिलेंडर और एक छोटे सिलेंडर को लेकर पहुंच गए। धमकी दी कि सिलेंडर में आग लगा देंगे।

मेरठ-बागपत के बवाली किशोरों को सूबे के अन्य संप्रेषण गृह में शिफ्ट करने की योजना थी। इसकी जानकारी के बाद ही वे भड़क गए। डीएम को रिपोर्ट दे दी गई है। फिलहाल स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास हो रहा है।

पुष्पेंद्र सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी।

Posted By: Inextlive