- कत्ल और लूट की वारदातों में भी पुलिस को नहीं मिला कोई क्लू

- दस दिन बीतने के बावजूद खाली हाथ है कंकरखेड़ा पुलिस

- अधिकारियों की फटकार का भी नहीं पड़ता पुलिस पर कोई असर

- पीडि़त है परेशान, पुलिस के खिलाफ व्याप्त है आक्रोश

Meerut: कंकरखेड़ा में क्राइम की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। घटना का खुलासा करने में पुलिस नाकाम साबित हो रही है। कंकरखेड़ा में पत्नी से चेन लूटने का विरोध पर व्यापारी गोली मारकर की हत्या करने और रोहटा रोड पर सरस्वती विहार के पास हुई चौदह लाख की लूट का खुलासा करने में पुलिस के पसीने छूट गए हैं। कई दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस गिरफ्तार करना तो दूर पहचान तक भी नहीं कर सकी है। कंकरखेड़ा पुलिस की इस निष्क्रियता को लेकर परिजनों से लेकर समाज के बुद्धिजीवी वर्ग में भी निराशा छाई हुई है।

कातिल का सुराग नहीं

कंकरखेड़ा के शिवलोक कालोनी के रहने वाले वीरेंद्र सिंघल पुत्र मंगतराम तीन दिसंबर को अपनी पत्नी ऊषा व अपने दामाद अश्वनी व बेटी मीनाक्षी के साथ शादी में गोयल मैरिज होम गए थे। शादी से लौटकर पति-पत्नी व दामाद व उनकी पत्नी घर आ रहे थे। इसी बीच एक बदमाश आया, जिसने ऊषा से चेन लूटने की कोशिश की। इस दौरान वीरेंद्र सिंघल ने बदमाश को पकड़ने के लिए भागा तो बदमाश ने वीरेंद्र सिंघल के सिर में गोली मार दी, विरोध में अश्वनी को भी गोली मारकर घायल कर दिया था। लहूलुहान हालत में दोनों को निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां वीरेंद्र की मौत हो गई, जबकि अश्वनी घायल हो गए थे। जिसके बाद मेरठ बंद भी किया गया था। पुलिस इस मामले में मुकदमा कायम करके हाथ पर हाथ धर कर बैठ गई है। कातिल को चिन्हित अभी तक नहीं किया जा सका है। परिजनों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। यदि पुलिस कातिल पकड़ने तो हम पहचान सकते हैं।

लूट में भी खाली हाथ

पांच दिसंबर को कंकरखेड़ा थाना एरिया के रोहटा रोड पर सरस्वती विहार के पास ठेके से कैश लेकर वापस लौट रहे कैशियर राकेश शर्मा निवासी बेगमबाग, गन मैन राजेंद्र सिंह निवासी उन्नाव और चालक संजीव कुमार निवासी बागपत को गन प्वाइंट पर लेकर क्ब् लाख रुपये लूट लिए थे। पुलिस ने कैश लूटने के दौरान धमकी भी दी थी। इस संबंध में एसएसपी ओंकार सिंह खुद मौके पर गए थे.उन्होंने मामले की जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए एसओ कंकरखेड़ा प्रशांत कपिल को निर्देश दिए थे। नौ दिन बीत जाने के बावजूद इस मामले का अभी तक खुलासा तो दूर लूटेरे चिन्हित भी नहीं किए जा सके हैं। पीडि़त राकेश शर्मा ने कहा कि पुलिस ने कई तरह के सवाल जवाब किए, लेकिन बदमाशों को पकड़ने के नाम पर जीरो है।

नहीं है मुखबिर तंत्र

दो सनसनीखेज वारदातों में नाकाम साबित हुई कंकरखेड़ा पुलिस का लगता है मुखबिर तंत्र बिल्कुल नहीं है। यही कारण है कि इस मामले में मुखबिर की भी पुलिस को मदद नहीं मिल पा रही है। पूरी तरह फेल हो गई पुलिस पर दबाव भी बना हुआ है ऐसे में पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत के लिए जरूर उठाया था, लेकिन कुछ क्लू नहीं मिलने के बाद छोड़ दिया था।

कंकरखेड़ा में दो बड़ी वारदातें हुई हैं। मैंने कंकरखेड़ा पुलिस को सख्ती से इस मामले में आरोपियों को पकड़कर खुलासा करने के लिए निर्देश दिए हैं। पुलिस कुछ गैंग पर वर्क कर रही है, जल्द ही खुलासा किया जाएगा।

-ओमप्रकाश

एसपी सिटी

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वीरेंद्र सिंघल की हत्या और रोहटा रोड पर कैश लूटने वाले मामलों में हम वर्क कर रहे हैं। हमने लूट के मामले में एक गैंग चिन्हित किया है। जल्द ही हम कामयाबी हासिल कर घटना का खुलासा करेंगे।

प्रशांत कपिल

एसओ, कंकरखेड़ा

Posted By: Inextlive