-शिवरात्रि तक चार जिलों के कांवड़ रूट का होगा एरियल सर्विलांस

Meerut : कांवड़ मार्ग की निगरानी आसमान से भी हो रही। परतापुर हवाई पट्टी से पवन हंस का हेलीकॉप्टर चार जिलों के एक-एक पुलिस अधिकारी को लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कांवड़ रूट पर निकला। सोमवार को लगभग ढाई घंटे तक पुलिस अधिकारियों ने उड़न खटोले पर सवार होकर समूचे कांवड़ रूट का निरीक्षण किया।

निर्देश पर निगरानी

मेरठ के एसएसपी दिनेश चंद्र दुबे ने बताया कि डीजीपी के निर्देश पर पहली बार कांवड़ यात्रा में हेलीकॉप्टर से सर्विलांस की प्रक्रिया निभाई जा रही है। पिछली बार गाजियाबाद पुलिस ने तैयारी तो की थी, लेकिन अंत समय तक हेलीकॉप्टर ही नहीं पहुंच सका था।

इन मार्गो पर निरीक्षण

हेलीकॉप्टर सबसे पहले एनएच-58 के ऊपर से होते हुए मेरठ से मुजफ्फरनगर, पुरकाजी, मुजफ्फरनगर शिव चौक, कैराना से शामली, हरियाणा सीमा तक गया फिर हाईवे से होते बागपत के पुरा महादेव, हरियाणा बार्डर, परतापुर लैंड कर गया। इसके बाद गाजियाबाद होते हुए दिल्ली पहुंचा।

छह घंटे के 14 लाख

भारत सरकार के उपक्रम पवन हंस का यह हेलीकॉप्टर एक बार में अपने एक पायलट, एक को-पायलट के साथ ही चार पुलिस अधिकारियों को लेकर उड़ सकता है। तीन दिन के लिए अगर पवन हंस के इस हेलीकॉप्टर की सेवाएं दो-दो घंटे ली जाती हैं तो इसका खर्च 14 लाख रुपये बैठेगा।

इन्होंने किया निरीक्षण

पहले दिन एयर सर्विलांस के लिए गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेद्र सिंह, मेरठ की सीओ वंदना मिश्रा, मुजफ्फरनगर के सीओ मुकेश मिश्रा, बागपत के सीओ एनपी सिंह ने ढाई घंटे तक हवाई निरीक्षण किया।

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मेरठ पर जोर ज्यादा

गाजियाबाद के एसएसपी धर्मेद्र सिंह आई नेक्स्ट का बताया कि सोमवार को गाजियाबाद और मेरठ में कांवडि़यों की सर्वाधिक भीड़ देखने को मिली। हेलीकाप्टर में लगे वायरलेस टेक्नोग्राफी सिस्टम से हर जगह की स्थिति स्पष्ट हो रही थी। हेलीकॉप्टर से निगरानी का उद्देश्य कांवड़ यात्रा मार्ग एवं उसके आसपास की गतिविधियों पर नजर रखना है। उन्होंने बताया कि जाम आदि की स्थिति भी स्पष्ट हो रही है।

हेलीकॉप्टर से कांवड मार्ग की निगरानी के शासन के निर्देश पर पालन किया जा रहा है। सोमवार को हवाई पट्टी से उड़े हेलीकाप्टर ने करीब ढाई घंटे तक आसमान से कावड़ मार्ग और आसपास की गतिविधियों को देखा, स्थिति संतोषजनक थी।

-दिनेश चंद्र दुबे, एसएसपी मेरठ

Posted By: Inextlive