भले ही लोग आज भी कहते हों कि इंटरनेट लोगों को आलसी और गैर सामजिक बना रहा है पर सच ये है कि अगर सकारात्‍मक तरीके से इस माध्‍यम का इस्‍तेमाल किया जाए तो एक बेहद सशक्‍त माध्‍यम है लोगों को एक दूसरे से जोड़ने का। आज हम इसके ऐसे ही पॉजिटिव इफेक्‍ट के कमाल के बारे में एक कहानी सुनाने जा रहे हैं। इस सच्‍ची कहानी में घाना के एक छोटे से गांव का पांच साल का बच्‍चा अपनी पढ़ाई के लिए हजारों डालर कमाने में कामयाब हो गया। आइये जानें इस मासूम की जादुई कहानी।

कुछ भी हो सकता है
अगर आप में कुछ करने का जज्बा है और काबलियत भी है तो इंटरनेट पर चमत्कार होना नामुमकिन नहीं है। बस एक लम्हें की देर है। एक पाकिस्तानी चाय वाले को इंटरनेट का सहारा मिलता है और वो कामयाब मॉडल बन जाता है। एक आम सा सिक्योरिटी गार्ड अपने लुक्स के चलते इंटरनेट पर छा जाता है और जाने कितनी लड़कियों के दिल की धड़कन बन जाता है। ऐसे ही एक महज पांच साल का मासूम बच्चा इंटरनेट संसेशन बन जाता है। जेक नाम का ये बच्चा घाना के एक छोटे से गांव में रहता है। उसके पास कल तक पढ़ाई जारे रखने के मूलभूत साधन नहीं थे और वो ना सिर्फ खुद बेहतरीन शिक्षा पा सकता है बल्कि अपने गांव के कई बच्चों को पढ़ने में मदद कर सकता है।

इंटरनेट पर ऐसे चला जेक का जादू
मूलरूप से घाना के चित्रकार सोलोमैन अदूफा युनाइटेड स्टेट से अपने होम टाउन में कुछ काम करने आये और उनके साथआये सोलोमैन पर डाक्युमेंअ्री बनाने फोटोग्राफर कार्लोस कोर्टस। दोनों ने मिल कर ढेरों तस्वीरें खींची। इन्हीं में गांव के एक मामूली से स्कूल में पढ़ने वाले मासूम जेक की भी कई तस्वीरें शामिल थीं। तस्वीरों में अपने काम में बिजी जेक के चेहरे के भाव सोलोमैन को इस कदर छू गए कि उन्होंने उन तस्वीरों को अपने फोटो नेटवर्किंग साइट इंस्टाग्राम के पेज पर शेयर कर दिया। बस वो एक जादुई लम्हा था और जेक देखते ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया लोग उसके बारे में बातें करने लगे।

सोलोमैन बने जेक के सपनों का जरिया
सोलोमैन को एक बार तो यकीन ही नहीं हुआ कि ये क्या हुआ है। पहले उन्होंने इन तस्वीरों पर किए गए सवालों और कमेंट का जवाब नहीं दिया। उन्हें डर था कि लोग जेक का मजाक ना बना दें। फिर उन्होंने तय  किया कि वो इस संसेशन को जेक के हित में कैश करेंगे और उसके सपने पूरा करने का जरिया बनेंगे। उन्होंने लोगों से जेक की एजुकेशन में हेल्प करने की अपील की। जेक का भोलापन उसकी यूएसपी बन चुका था। दुनियाभर से लोगों ने खुले दिल और हाथों से सहायता भेजनी शुरू कर दी। देखते ही देखते जेक ये हजारों डॉलर की कमाई कर ली। ये कमाई उसके ही उसके गांव के कई बच्चों की पढ़ाई में अच्छी खासी मदद कर सकती है। अब जेक और उसके जैसे कई बच्चों के सपने अधूरे नहीं रहेंगे।  

 

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Posted By: Molly Seth