मैसाचुसेट्स के रहने वाले पांच साल के शॉवेज फोर्टे को चौथी श्रेणीं का ब्रेन ट्यूमर डायग्‍नोज किया गया है। ये नन्‍हा बच्‍चा एक पुलिस ऑफीसर बन कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुचाने का ख्‍वाहिशमंद है। उसके इस ख्‍वाब को स्‍थानीय पुलिस विभाग ने पूरा करने का निश्‍चय किया और ना सिर्फ उसे पुलिस अफसर की शपथ दिलायी बल्‍कि अपराधियों से एक नकली जंग का हिस्‍सा भी बनाया।

मां ने सपना पूरा करने के लिए प्रयास
जब शॉवेज फोर्टे की मां जोलेन फोर्टे को पता चला कि उनके बेटे को फोर्थ स्टेज का ब्रेन ट्यूमर है तो उन्होंने फैसला किया कि वो अपने करीब करीब एक लाइलाल मर्ज से जूझ रहे बेटे के चेहरे पर खुशी लाने का एक प्रयास जरूर करेंगी। जोलेन ने पिट्सफील्ड मैसाचुसेटस के पुलिस विभाग से संपर्क किया और उन्होंने बताया कि उनका बीमार बेटा एक पुलिस अधिकारी बन कर अपराधियों को सजा दिलाने का सपना देखता है। उन्होंने कहा कि वो उसके इस सपने को पूरा करने के लिए पुलिस विभाग की मदद चाहती हैं। और स्थानीय पुलिस विभाग ने ना सिर्फ उनकी मदद का वादा किया बल्कि उसे पूरा भी किया।

पुलिस ने दिलायी पुलिस प्रमुख की शपथ

जोलेन की मदद का वादा कर के 16 नवंबर को जब शॉवेज अपने किंटर गार्डेन स्कूल पहुंचा तो लंच टाइम में पुलिस अधिकारी डैरेन डर्बी उसे सरप्राइज देने पहुंचे और अपने साथ पुलिस हैडक्वाटर ले आये। यहां उसे पुलिस विभाग का बैज, यूनिफार्म और हथकड़ी सौंपते हुए स्थानीय विभाग प्रमुख ने एक शपथ ग्रहण कार्यक्रम किया और शॉवेज को पद और गोपनीयता की शपथ दिला कर शपथ पत्र पर बाकयदा हस्ताक्षर कराये। इस शपथ पत्र में लिखा था कि वो मेहनत से पढ़ेगा और घर पर सबकि मदद करेगा।

अफसर बन कर अपराधियों को पकड़ा
बाद में पुलिस विभाग ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा कि अब शॉवेज ऑफीशियली एक पुलिस अधिकारी है। इसके बाद अफसरों की एक टीम बना कर उन्होंने नकली अपराधियों पर हमला किया और उन पर बंदूक तान कर आत्म समर्पण करने के लिए कहा। जब अपराधी जमीन पर अपने हाथ पीछे कर के झुक गए तो शॉवेज ने उनको हथकड़ियां लगवा कर कैद कर लिया। 

जेल और फायर स्टेशन भी किया विजिट
इसके बाद शॉवेज ने पुलिस विभाग के जेल और जासूसी ब्यूरो का दौरा भी किया। उसे पुलिस प्रमुख के आफिस में उनकी कुर्सी पर बैठने का भी अवसर दिया गया। पुलिसवालों ने उसे कुछ रक्षात्मक दांवपेंच और पुलिस के डंडे का इस्तेमाल करना भी सिखाया। शॉवेज के सरप्राइज भरे दिन का अंत यहीं नहीं हुआ बल्कि इसके बाद उसे पुलिस विभाग के फायर स्टेशन भी ले जाया गया। जहां वो अग्निशमक दल के सदस्यों से भी मिला और फायर ट्रक की सवारी भी की। इस थकान भरे दिन का अंत होते होते शॉवेज कुछ कमजोरी अनुभव करने लगा था पर उसने पूरी बहादुरी और दृढ़ता के साथ सब कुछ किया। उसके इस व्वहार से सबको लगता है कि वो एक कामयाब पुलिस अधिकार बन सकता है। खास बात ये है कि उसके साथ रहे पुलिस अधिकारी  डर्बी का मानन है कि शॉवेज ने अनोखे तरीके से पुलिस अधिकारियों के दिल को छुआ जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की थी।  

 

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Posted By: Molly Seth