इस आदमी की देन है बटर चिकन, दाल मखनी और तंदूरी... आप जानते हैं उन्हें?
इस तरह हुआ बटर चिकन का जन्म
पार्टीशन के बाद 1950 में पाकिस्तान से दिल्ली आये एक पंजाबी शेफ कुंदन लाल गुजराल ने दुनिया को दाल मखनी, बटर चिकन और किसी भी नॉनवेजिटेरियन के मुंह में पानी ला देने वाले नॉनवेज तंदूरी व्यंजनों से इंट्रोड्यूज करवाया था। भारत आने के बाद कुंदन लाल ने दिल्ली के दरियागंज इलाके में ‘मोती महल’ नाम के रेस्टोरेंट की शुरूआत की। वे सामान्य रूप से तंदूरी डिशेज के एक्सपर्ट थे। इसीलिए उन्होंने तंदूरी चिकन बनाना शुरू किया जिसे रीहाइर्डेट करने के लिए एक सॉस की ज़रूरत पड़ती थी। इसी सॉस के साथ काम करते करते उन्होंने इससे ‘बटर चिकन’ का आविष्कार किया जो जल्दी ही सारे इलाके में फेमस हो गया।
शाकाहारी लोगों को भी जोड़ने के लिए बनी दाल मखनी
बटर चिकन को फेमस करने के बाद उन्हें लगा कि कुछ ऐसा ही जबरदस्त शाकाहारी लोगों के लिए भी होना चाहिए जिससे वो भी रेस्टोरेंट से जुड़े और इसके लिए उन्होंने पेश की दाल मखनी के रूप में उन्होंने लोगो के सामने रखी। इसके बाद उन्होंने और भी तंदूरी वेज और नॉनवेज डिशेज इंट्रोड्यूज कीं और दुनिया को पहली बार इंडियन पंजाबी खाने से ना सिर्फ परिचित करवाया बल्की उसका क्रेज भी पैदा किया। ‘मोती महल’ की चेन अब पूरी दुनिया में फैली हैं पर अपने दौर का ये पहला रेस्टोरेंट था जिसने दुनिया को ‘पंजाबी व्यंजन’ के फ्लेवर से रूबरू करवाया। फिलहाल उनका पोता, मौनिश गुजराल ‘मोती महल’ एंपायर को मैनेज कर रहा है।
गुजराल ने भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू से लेकर इंदिरा गांधी, ज़ाकिर हुसैन और कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं जैसे जुल्फिकार अली भुट्टो, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड निक्सन, जॉन एफ कैनेडी और ईरान के शाह को अपने लज़ीज़ तंदूरी व्यंजन टैस्ट करा कर अपना दीवाना बनाया था। इतना ही बॉलीवुड में भी उनके कई कद्रदान थे। बिगेस्ट शोमैन कहे जाने वाले बॉलीवुड एक्टर, डायरेक्टर और फिल्म मेकर राजकपूर भी कुन्दन लाल के बनाये व्यंजनों के शौकीन थे।Interesting News inextlive from Interesting News Desk