- सचिवालय में सीएम ने कांवड़ मेले को लेकर अफसरों के साथ की बैठक

- 17 से 30 जुलाई तक चलेगी यात्रा, सीएम ने अफसरों को दिए आवश्यक निर्देश

>DEHRADUN: सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने फ्राइडे को सचिवालय में कांवड़ मेले को लेकर बैठक ली। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिए कि कांवड़ शुरू होने से पहले सभी व्यवस्थाएं पूरी कर ली जाएं। सफल कांवड़ मेला संपन्न कराने के लिए पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों से भी निरंतर कॉर्डिनेशन बनाये रखें। कांवड़ के दौरान भीड़ प्रबंधन के लिए सुनियोजित प्लानिंग की जाए। कावंड़ के दौरान सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की जाए। स्वास्थ्य, सफाई, ड्रिकिंग वाटर, टॉयलेट व अन्य आवश्यक सामग्रियों की समुचित व्यवस्था की जाए।

कांवड़ मार्ग पर हों सभी व्यवस्थाएं

फ्राइडे को सीएम ने कांवड़ मेले की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान सीएम ने कहा कि 17 से 30 जुलाई तक होने वाले कांवड़ मेले को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए सभी विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। देहरादून, मसूरी, चारधाम यात्रा के लिए आने वाले यात्रियों को रुड़की, हरिद्वार व ऋषिकेश शहरों के बीच से न जाने के बजाय बाईपास से जाने के प्रेरित किया जाए। रूट चार्ट का व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार भी किया जाए। कांवड़ मागरें पर सड़क, मेडिकल, पेयजल की भरपूर व्यवस्था हों। डाक कांवड़ के दौरान सुरक्षा व्यवस्था व भीड़ प्रबंधन के लिए पूरी योजना बनाई जाए। व्यापार मंडल व संत समाज के साथ बैठक कर उनसे भी सकुशल कांवड़ सम्पन्न कराने के लिए सहयोग लिया जाए। कांवड़ यात्रा मागरें पर साइन बोर्ड, रूट डायवर्जन, साइनेज व पार्किंग की व्यवस्था हो। यात्रा वाले मागरें पर कहीं भी झूलते हुए बिजली के नंगे तार न हों। सुरक्षा के दृष्टिगत जल पुलिस की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। ट्रेन के संचालन को रेलवे से डिमांड की जाए। सीएम ने डीएम हरिद्वार से कांवड़ की तैयारियों की विस्तार से जानकारी भ्ाी ली।

3 करोड़ कांवडि़यों के पहुंचने की संभावना

डीजीपी अनिल कुमार रतूड़ी ने कहा कि कांवड़ के दौरान करीब 3 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की सम्भावना है। इसके लिए 10 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की जाएगी। सीमावर्ती प्रदेशों के पुलिस अधिकारियों के साथ कांवड़ के संबंध में कॅर्डिनेशन मीटिंग हो चुकी है। सीमावर्ती राज्यों के साथ 6 ज्वाइंट पुलिस चेकपोस्ट बनाये गए हैं।

- कांवड़ मेला क्षेत्र में हरिद्वार, दून, पौड़ी व टिहरी जिले शामिल।

- कावंड मेला क्षेत्र में कुल 36 जोन व 149 सेक्टर बनाए गए हैं।

- हरिद्वार में 4 सुपर जोन, 26 जोन व 100 सेक्टर बनाए गए हैं।

Posted By: Inextlive