- तीन पोस्ट को दिया सिगनल, पोस्ट के अनुसार शुरू होगा काम

- पीएचडी के लिए नेट व एमफिल को मिली राहत, शासन को भेजा

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में शनिवार को ईसी की मीटिंग हुई। जिसमें कई अहम मुद्दों पर बहस हुई और कई मामलों को ग्रीन सिगनल मिल गया। एकेडमिक काउंसिल के पुराने एजेंडों को भी कंफर्मेशन मिल गया। इस दौरान एग्जाम कंट्रोलर की पोस्ट को लेकर काफी बहस भी हुई। आखिर में अनुमोदन की व्यवस्था कर दी गई। साथ ही पीएचडी के लिए एमफिल व नेट वालों को भी राहत दी गई। आखिर में डेली वेजेज कर्मचारियों को दीपावली का उपहार डीए की संस्तुति देकर दिया।

यह रहा सीन

शनिवार को कई घंटे चली ईसी की मीटिंग में कई एजेंडे रखे गए। एकेडमिक काउंसलिंग के पुराने एजेंडों को कंफर्मेशन दिया गया। साथ ही कई कोर्सेज को रिवाइज किया गया। वहीं डेली वेजेज कर्मचारियों को डीए देने की संस्तुति कर दी गई। इसके साथ ही बीएड में एचओडी डॉ। जगवीर भारद्वाज को लेकर चल रहे मामले को स्टेट गवर्नमेंट को भेज दिया गया। उनसे जुड़े मामले को आगे बढ़ाने के लिए अब गेंद गवर्नमेंट के पाले में डाल दी गई है। वही इसकी संस्तुति करेंगे।

इनको मिला अनुमोदन

यूनिवर्सिटी में मौजूद तीन पदों के लिए अनुमोदन कर दिया गया। जिसमें प्रो वीसी, एग्जाम कंट्रोलर और मूल्यांकन समन्वयक की पोस्ट को अनुमोदित करते हुए इजाजत दे दी गई। जबकि एग्जाम कंट्रोलर की पोस्ट को लेकर मामला काफी गर्माया था। क्योंकि ऐसी कोई पोस्ट यूनिवर्सिटी में है ही नहीं। जिसको लेकर काफी बहस भी हुई। आखिर में इसके लिए अनुमोदन भेज दिया गया। वहीं छह दिसंबर को होने वाले कन्वोकेशन प्रोग्राम के लिए फ्ख्7 पीएचडी और पांच एलएलडी की डिग्रियों व अन्य डिग्रियों की घोषणा कर दी गई। जिनको दीक्षांत समारोह में वितरित किया जाएगा।

पीएचडी में राहत

कार्य परिषद की इस मीटिंग में पीएचडी को लेकर चल रहे मसले पर भी मोहर लग गई। जिसमें एमफिल और नेट वालों को राहत दी गई। एमफिल और नेट वाले कैंडीडेट्स सीधे पीएचडी में रजिस्ट्रेशन कराने के लिए मान्य होंगे। उनके लिए कोई दूसरी व्यवस्था नहीं होगी। जबकि बाकी के लिए एक एंट्रेंस एग्जाम पास करने होगा। वहीं अन्य मसलों पर भी इस बैठक में वार्ता हुई और आगे की कार्य प्रणाली पर बातचीत हुई। इस दौरान वाइस चांसलर वीसी गोयल, प्रो वीसी एचएस सिंह, डीएसडब्ल्यू प्रोफेसर वाई विमला सहित सभी मेंबर मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive