- एमएमएमयूटी दो आप्शन पर करेगा काम

- जुलाई में स्टूडेंट्स को आने की मिली परमिशन तब होगा एग्जाम

- नहीं तो लास्ट इयर के एक हजार स्टूडेंट्स किए जाएंगे प्रमोट

एमएमएमयूटी दो आप्शन पर करेगा काम

- जुलाई में स्टूडेंट्स को आने की मिली परमिशन तब होगा एग्जाम

- नहीं तो लास्ट इयर के एक हजार स्टूडेंट्स किए जाएंगे प्रमोट

GORAKHPUR: GORAKHPUR: लॉकडाउन में एमएमएमयूटी कैंपस में किसी भी स्टूडेंट की एंट्री बैन है। सभी स्टूडेंट्स को कब यूनिवर्सिटी बुलावा भेजेगी, ये कहना भी मुश्किल है। ऐसे में अगला सेशन लेट होने की पूरी संभावना है। इस कंडीशन में इसका खामियाजा भी स्टूडेंट्स को ही उठाना पड़ेगा। सबके साथ ही लास्ट इयर स्टूडेंट्स के फ्यूचर का भी ख्याल एमएमएमयूटी को रखना है। आगे चलकर सेशन लेट न हो और लास्ट इयर के स्टूडेंट भी समय से जॉब के लिए अप्लाई कर सकें, इस प्वॉइंट पर काम करते हुए यूनिवर्सिटी प्रशासन ने दो ऑप्शन निकाले हैं। जिन्हें स्टूडेंट्स के हित में आगे चलकर फॉलो किया जाएगा।

स्टीयरिंग कमेटी ने तैयार किए ऑप्शन

मदन मोहन मालवीय यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में रयूनिवर्सिटी स्टीयरिंग कमेटी की मीटिंग हुई। जिसमें लॉकडाउन खुलने की स्थिति में क्लासेज चलाने और एग्जाम के आयोजन को लेकर चर्चा हुई। स्टूडेंट्स हित में सेशन रेग्युलर करने और लास्ट इयर स्टूडेंट्स के कॅरियर को देखते हुए यूनिवर्सिटी दो ऑप्शन पर विचार कर रही है। पहला ये कि जुलाई तक अगर स्टूडेंट को कॉलेज आने की परमिशन प्रशासन द्वारा मिल जाती है तो एग्जाम कराया जाएगा। वहीं जुलाई में भी लॉकडाउन के साथ ही स्टूडेंट्स को कॉलेज आने की परमिशन नहीं मिलती है तो दूसरे ऑप्शन के तौर पर उन्हें प्रमोट किया जाएगा।

सोशल डिस्टेंसिंग फॉलो कर होगा एग्जाम

अगर जुलाई तक स्टूडेंट्स को आने की परमिशन मिलती है तो यूनिवर्सिटी पहला ऑप्शन यूज करेगी। इसमें ध्यान रखना है कि विभिन्न क्लास के स्टूडेंट्स को अलग-अलग समय में बुलाकर क्लासेज चलाई जाएं। साथ ही समय से एग्जाम करवाकर रिजल्ट डिक्लेयर कर दिए जाएं। इसमें ये भी जोर देना होगा कि कैंपस में भीड़ कम से कम हो जिससे कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो सके।

दो फेज में बुलाए जाएंगे स्टूडेंट

पहले ऑप्शन में स्टूडेंट्स को दो फेज में बुलाया जाएगा। पहला फेज म् से ख्ब् जुलाई तक का होगा। जिस दौरान सभी कोर्स के लास्ट इयर स्टूडेंट्स समेत एमटेक फ‌र्स्ट इयर, एमएससी फ‌र्स्ट इयर, बीबीए फ‌र्स्ट इयर एवं पीएचडी के स्टूडेंट की क्लासेज चलेंगी एवं एग्जाम करवाए जाएंगे। सेकेंड फेज ख्7 जुलाई से ख्क् अगस्त तक का होगा जिस दौरान शेष सभी कोर्स के स्टूडेंट्स की क्लासेज चलेंगी और एग्जाम होंगे।

दो घंटे का होगा एग्जाम

दोनों फेज में एग्जाम जल्दी हो सके इसलिए क्वेशचन पेपर का पैटर्न भी दो घंटे कर कर दिया जाएगा। इससे कम समय में मूल्यांकन एवं रिजल्ट भी डिक्लेयर किए जा सकेंगे। इस ऑप्शन में सबसे बड़ी चुनौती सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराना होगी। इसके लिए क्लास के आकार के हिसाब से नए सिरे से सेक्शन बांटने होंगे। हॉस्टल का नए सिरे से आवंटन करना होगा। हॉस्टल्स, क्लास रूम, मेस को समय-समय पर सेनेटाइज भी करवाना पड़ेगा ताकि संक्रमण फैलने की आशंका को कम किया जा सके। साथ ही खांसी, जुकाम, बुखार जैसे लक्षणों से पीडि़त स्टूडेंट को अलग से सेफ हाउस में रखे जाने का अरेंजमेंट करना होगा।

बॉक्स

प्रमोट करने का फॉर्मूला तैयार

यूनिवर्सिटी पीआरओ डॉ। अभिजित मिश्र ने बताया कि दूसरे ऑप्शन में यूनिवर्सिटी सभी स्टूडेंट्स को अब तक के प्रदर्शन के आधार पर प्रमोट करेगी। स्टूडेंट को कैसे प्रमोट किया जाए, यूनिवर्सिटी ने इसका फार्मूला भी तैयार कर लिया है। इसके मुताबिक रिजल्ट तैयार करने के दौरान भ्0 अंकों का सेलेक्शन स्टूडेंट द्वारा वर्तमान सेमेस्टर में किए गए प्रदर्शन के आधार पर होगा। जबकि शेष भ्0 अंकों का सेलेक्शन स्टूडेंट द्वारा ठीक पिछले सेमेस्टर में अर्जित किए गए सेमेस्टर ग्रेड प्वॉइंट एवरेज (एसजीपीए) के आधार पर किया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान दिए गए होम असाइनमेंट के आधार पर टीचर्स स्टूडेंट का इंटरनल असेसमेंट करेंगे। यूनिवर्सिटी दोनों ऑप्शन से शासन को अवगत कराकर उनके निर्देशानुसार आगे की कार्यवाही करेगी।

एमएमएमयूटी में स्टूडेंट्स

बीटेक स्टूडेंट - करीब म्00

एमएससी स्टूडेंट - करीब ख्00

बीबीए स्टूडेंट - करीब ख्00

पीएचडी स्टूडेंट - करीब क्भ्0

Posted By: Inextlive