-कचहरी के चारों द्वारों पर जड़े ताले, मार्केट बंद

-कलक्ट्रेट में सभी दफ्तर रहे बंद, वकीलों ने निकाले जुलूस

-तमाम पुलिस व्यवस्था के बीच शांति पूर्ण रहा बहिष्कार

Meerut: महानगर में शनिवार का दिन वकीलों के नाम रहा। हाईकोर्ट बेंच की मांग और मेगा लोक अदालत का बहिष्कार करने उतरे शहर के अधिवक्ताओं ने कचहरी के चारों दरवाजों पर ताले जड़ कर न्यायधीशों व अन्य अधिकारियों के आने पर पाबंदी लगा दी। इस बीच वकीलों ने सड़कों पर उतर कर नारेबाजी करते हुए वेस्ट यूपी के लिए हाईकोर्ट की मांग की।

कचहरी पर जड़े ताले

मेगा लोक अदालत का बहिष्कार करने सड़कों पर उतरे अधिवक्ताओं ने सुबह आठ बजे ही कचहरी के चारों मुख्य द्वारों पर तालाबंदी कर दी। इस बीच वकीलों ने गेट के सामने मंच आदि की व्यवस्था कर साथियों को संबोधित किया। बहिष्कार के दौरान अधिवक्ताओं ने कलक्ट्रेट द्वारा पर भी ताला जड़ दिया। वकीलों ने तालाबंदी कर सुबह ऑफिस के टाइम आने वाले कर्मचारियों को वापस लौटा दिया।

बंद रहा मार्केट

कचहरी व कलक्ट्रेट की तालाबंदी से एक ओर जहां सरकारी काम काज प्रभावित रहे, वहीं पीएल शर्मा रोड व वेस्टर्न कचहरी रोड समेत आस-पास के सभी बाजारों का शटर डाउन रहा, जिससे शहरवासियों का परेशानियों का सामना करना पड़ा।

वकीलों ने लगाई चौपाल

अधिवक्ताओं ने सुबह साढ़े दस बजे सभी अधिवक्ता साथियों को एकजुट कर नारेबाजी करते हुए कचहरी की परिक्रमा की। इस दौरान वकीलों ने जुलूस की शक्ल में इकठ्ठा होकर पश्चिम यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग की।

फिर उठी हाईकोर्ट बेंच की मांग

मेगा अदालत के बहिष्कार के बहाने अधिवक्ताओं ने एक बार फिर से वेस्ट यूपी में हाईकोर्ट बेंच की स्थापना की मांग की। वेस्ट यूपी हाईकोर्ट बेंच केंद्रीय संघर्ष समिति के बैनर तले अधिवक्ताओं ने समस्त न्यायिक प्रक्रिया प्रभावित करते हुए हाईकोर्ट बेंच की मांग उठाई। समिति के अध्यक्ष एडवोकेट डीडी शर्मा ने साथियों को संबोधित करते हुए कहा कि मंजिल के करीब आने के बाद कारवां रुकना नहीं चाहिए। अब वो समय आ गया है, जबकि सरकार को हाईकोर्ट बेंच की मांग के आगे घुटने टेकने होंगे। डीडी शर्मा ने कहा कि वो बेंच के लिए हर कुर्बानी देने के लिए तैयार हैं। इस दौरान सभी अधिवक्ताओं ने हाथ हिलाते हुए उनका समर्थन किया।

भारी पुलिस बल रहा मौजूद

वकीलों द्वारा किए गए बहिष्कार व हड़ताल के दौरान ऐतिहात बरतते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से चौकसी के चाक चौबंद इंतजाम किए गए थे। इस दौरान जहां जनपद में कानून व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी एसपी देहात कैप्टन एमएम बेग को सौंपी गई थी, वहीं कचहरी के सभी द्वारों पर एक सीओ, थाना इंचार्ज समेत आधा दर्जन एसआई तैनात रहे।

देहात से भी मंगाई पुलिस

शहर के सभी थानों व पुलिस लाइन के अलावा देहात से भी पुलिस को शहर में मुस्तैद किया गया। एसएसपी ओंकार सिंह की ओर से साफ निर्देश दिए गए थे कि वकीलों की हड़ताल के दौरान किसी भी तरह की कोई गड़बड़ नहीं होनी चाहिए।

सारे कार्यक्रम शांतिपूर्ण हुए संपन्न

शनिवार को एक ओर जहां हाई कोर्ट बेंच को लेकर वकीलों की हड़ताल थी, वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह में राज्यपाल राम नाईक का भी प्रोग्राम था, जबकि अयोध्या कांड की बरसी के चलते भी पुलिस प्रशासन का ब्लड प्रेशर हाई बना रहा। लेकिन भारी पुलिस व्यवस्था के बीच सारे कार्यक्रम शांति पूर्ण ढ़ंग से निपटा लिए गए।

क्या है मेगा अदालत

सुप्रीम कोर्ट की ओर से देश के सभी मुख्य न्यायालयों में जिला जज के नेतृत्व में एक मेगा लोक अदालत लगाने का निर्देश दिया था, इसका उदेश्य एक ही दिन में सिविल व फौजदारी के हजारों मुकदमें निपटाने का था।

इस दौरान पंकज धामा, रामकुमार शर्मा, राजीव शर्मा, केके पाहवा, ठाकुर जुनैद, एमपी शर्मा, अनुज शर्मा व पुष्पराज त्यागी आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।

Posted By: Inextlive