ताबड़तोड़ फायरिंग कर हथियार लहराते हुए फरार हुए बदमाश

मेरठ कॉलेज के दोनों गेटों पर रहता है अराजकतत्वों का जमावड़ा

Meerut। आमतौर पर किसी भी शहर के लिए जिला मुख्यालय-कचहरी, पुलिस कार्यालय सबसे सुरक्षित स्थल हो सकते हैं, लेकिन मेरठ में आप यहां भी सुरक्षित नहीं है। दरअसल, मेरठ कॉलेज में वर्चस्व की जंग में आए दिन अराजकतत्व गोलीकांड को अंजाम दे रहे हैं। दोहरे एनकाउंटर पर पीठ थपथपा रही मेरठ पुलिस के लिए गुरुवार को मेरठ कॉलेज के गेट पर दिनदहाड़े हुई फायरिंग ने 'अलर्टनेस' के दावों की पोल खोल दी।

बर्चस्व की जंग

पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित मलिक पर फायरिंग करने वाले उसके जानकार हैं, उसने सभी आरोपियों के नाम पुलिस के सामने खोले हैं और यह भी कहा कि पूर्व में भी आरोपियों के साथ उसकी मारपीट हो चुकी है। मेरठ कॉलेज के शताब्दी द्वार से सटी पार्किंग से होकर आधा दर्जन से अधिक हथियारबंद लोग छोटे वाले गेट पर खड़े होकर फायरिंग करते हैं।

हाई सिक्योरिटी जोन

कमिश्नर, मेरठ मंडल कार्यालय, महज 50 मीटर की दूरी पर है। यहां कमिश्नर की सुरक्षा में तैनात दो पुलिसकर्मियों के अलावा आधा दर्जन से अधिक होमगार्ड और पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात रहते हैं।

जिला मुख्यालय, घटनास्थल से महज 300 मीटर दूर है, कलक्ट्रेट के गेट पर आमतौर पर आधा दर्जन पुलिसकर्मियों के अलावा 150 से अधिक पुलिसकर्मी और होमगार्ड परिसर में मौजूद रहते हैं। डीएम, एडीएम समेत डेढ़ दर्जन से अधिक प्रशासनिक अधिकारियों के कार्यालय परिसर में हैं।

एसएसपी निवास (कैंप कार्यालय), घटनास्थल से 70 मीटर की दूरी पर है। एसएसपी के निवास पर हर समय एक दर्जन से अधिक संख्या में पुलिसकर्मी और एक दर्जन होमगार्ड तैनात रहते हैं।

एमडीए सचिव निवास, घटनास्थल से 40 मीटर की दूरी पर है। यहां सचिव के सुरक्षाकर्मी के अलावा दो होमगार्ड हमेशा मुस्तैद रहते हैं।

संवेनदशील क्षेत्र और चौधरी चरण सिंह पार्क में घोषित धरनास्थल पर रोजाना बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है। यहां एक अस्थायी चौकी बनी है, जहां हर समय एक कंपनी पीएसी मौजूद रहती है।

नगरायुक्त कैंप कार्यालय की दूरी घटनास्थल से 100 मीटर है। यहां नगरायुक्त की सिक्योरिटी में तैनात पुलिसकर्मी के अलावा शिफ्टों में 2-2 होमगार्ड मौजूद रहते हैं।

मेरठ कचहरी परिसर, वारदात स्थल से 60 मीटर की दूरी पर है। यहां वर्किंग डे पर हजारों की संख्या में पुलिसकर्मी और होमगार्ड मौजूद रहते हैं। जिला जज समेत विभिन्न न्यायालयों में न्यायाधीश सुरक्षाबलों के साथ मौजूद रहते हैं। कचहरी के गेट पर भी एक सब इंस्पेक्टर समेत आधा दर्जन पुलिसकर्मी मुस्तैद रहते हैं।

एसएसपी कार्यालय, घटनास्थल से महज 700 मीटर की दूरी पर है और यहां 200 से अधिक पुलिसकर्मी विभिन्न कार्यालयों में तैनात हैं।

सवाल जिनका नहीं है जवाब

मेरठ में धारा 144 लागू है, ऐसे में छात्र गुटों को कॉलेज के गेट पर क्यों जमा होने दिया गया?

मेरठ में कांवड़ यात्रा के मद्देनजर फुलप्रूफ सिक्योरिटी बंदोबस्त का दावा किया जा रहा है, ऐसे में इस घटना, किस ओर इशारा कर रही है?

कांवड़ यात्रा के दौरान 2 कंपनी पीएसी और 1 कंपनी आरएएफ पुलिस लाइन में मौजूद थी, आखिर चूक कहां से है?

कालेज में एडमीशन की प्रक्रिया चल रही है। इन दिनों एक स्टूडेंट के साथ-साथ उसके पेरेंट्स भी आ रहे हैं। भाई-बहन भी आ रहे हैं, कभी-कभी दोस्त भी आ रहे हैं। ऐसे में हमें सभी को चिह्नित करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि प्रवेश प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद हम कॉलेज के दोनों गेटों पर आईकार्ड चेक होने के बाद ही छात्र को प्रवेश देते हैं। पुलिस को इन दिनों लॉ एंड आर्डर बरकरार रखने के लिए आगे आना चाहिए।

डॉ। संगीता गुप्ता, प्रिंसिपल, मेरठ कॉलेज

कॉलेज परिसर से अवैध गतिविधियों का संचालन हो रहा है। बीएनएम हॉस्टल में कुछ बाहरी तत्व शराब पीते मिले। पुलिस ने छापेमारी की तो ज्यादातर भाग गए एक को हिरासत में लिया गया है। ऐसे में कॉलेज प्रशासन को चाहिए कि वो पुलिस से मदद लेकर हॉस्टल और परिसर मे नियमित चेकिंग करें। जिन छात्रों के पास आईकार्ड नहीं है उनकी पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही उन्हें परिसर में प्रवेश दिया जाए।

डॉ। एएन सिंह, एसपी सिटी, मेरठ

गुटबाजी में फिर दहला मेरठ कॉलेज

मेरठ कॉलेज एक बार फिर गुरुवार को छात्र संगठनों की गुटबाजी के चलते दहल गया। घात लगाकर बैठे एक छात्र गुट ने पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित मलिक को निशाना बनाते हुए ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे वे बाल-बाल बच गए। घटनाक्रम के बाद 4 थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे एसपी सिटी ने पूरे परिसर को राउंड लिया। यहां बीएनएम हॉस्टल में पुलिस को कुछ अराजकतत्व दारूपार्टी करते मिले। पुलिस को देखकर छात्रों ने दौड़ लगा दी जबकि एक अराजकतत्व पुलिस के हत्थे चढ़ गया।

दिनदहाड़े फायरिंग

मेरठ कॉलेज के शताब्दी द्वार पर गुरुवार दोपहर 1 बजे ताबड़तोड़ फायरिंग के दौरान अफरा-तफरी मच गई। एक दर्जन से अधिक साथियों के साथ गेट पर मौजूद पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अंकित मलिक बातचीत कर रहे थे। अवैध एडमीशन की शिकायत लेकर प्रिंसिपल से मुलाकात कर वापस लौट रहे छात्रनेता गेट पर खड़े होकर कुछ बातचीत कर थे कि कॉलेज परिसर की पार्किंग से निकलकर आए हमलावरों ने अंकित को निशाना बनाकर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। करीब 7-8 हमलावर हथियारों से लैस थे। 10 मीटर से दूरी से की गई फायरिंग में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष बाल-बाल बचा। एक गोली उसक गाड़ी में लगी और एक गोली उसके पैर के पास से निकल गई। अंकित के साथ खड़े कॉलेज के छात्र और खतौली (मुजफ्फनगर) निवासी राहुल को गोली लग गई। गोली राहुल के सिर को छूती हुई निकली, जिससे वो गंभीर रूप से घायल हो गया। हमलावर ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए फरार हो गए।

मुकदमे में 5 नामजद और 3 अज्ञात

पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष की तहरीर पर थाना लालकुर्ती पुलिस ने 5 नामजद और 3 अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने बागपत निवासी विनीत पंवार, गुड्डू उर्फ पंकज उज्जवल मवीकलां चौरऊ, निखिल, कंकरखेड़ा निवासी आकाश पंवार, अक्षय यादव, और अंकित ढाका के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। बता दें कि सभी एक छात्र संगठन से ताल्लुक रखते हैं और पूर्व में मेरठ कॉलेज के प्रोफेसर पर हमले के अलावा कई अन्य वारदातों में शामिल हैं।

Posted By: Inextlive