होली की शाम जम्‍मू कश्‍मीर के लिए अच्‍छी खबर लेकर आयी है और लग रहा है कि अब करीब ढाई महीने के इंतजार के बाद राज्‍य को अपनी सरकार और पहली महिला मुख्‍यमंत्री मिल जायेगी। जैसी की खबर है पीडीपी और बीजेपी के बीच सरकार गठन पर विवाद सुलझ गया है और महबूबा मुफ्ती को विधायक दल का नेता चुन लिया गया है जिससे उनके जम्‍मू कश्‍मीर की पहली महिला मुख्‍यमंत्री बनने की राह साफ हो गयी है वे 29 तारीख को शपथ ले सकती हैं।


सर्वसम्मति से महबूबा बनी विधायक दल की नेता अतत जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने महबूबा मुफ्ती को आधिकारिक रूप से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है। गुरूवार को हुई पीडीपी की बैठक में सांसद मुजफ्फर हुसैन बेग ने विधायक दल के नेता के तौर पर उनके नाम का प्रस्ताव रखा,जिसका अनुमोदन पूर्व बागवानी मंत्री अब्दु़ल रहमान वीरी ने किया। सभी विधायकों और नेताओं ने सर्वसम्मित से उन्हें विधायक दल का नेता चुन लिया गया। बैठक के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए सांसद मुजफफर हुसैन बेग ने कहा कि आज पीडीपी के सभी वरिष्ठ नेता और विधायक बैठक में शामिल हुए हैं। सभी ने तय किया है कि महबूबा ही विधायक दल की नेता और मुख्यमंत्री बनें।नहीं है कोई मतभेद
बैठक के बाद कहा गया कि भाजपा और पीडीपी में कोई मतभेद नहीं है। पीडीपी ने कोई नयी शर्त नहीं रखी थी। एजेंडा ऑफ एलांयस अपने आप में समग्र है। महबूबा मुफती गठबंधन सरकार की मुख्यमंत्री होंगी,लेकिन शपथ ग्रहण के बारे में राज्यपाल के साथ बैठक के बाद ही तय होगा। वैसे उम्मीद की जा रही है की आने वाली 29 मार्च को वे पद की शपथ्ज्ञ ले सकती हैं।


पिता के मजार पर गयींपीडीपी चीफ महबूबा मुफती पार्टी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेने से पहले सुबह सवेरे ही अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के मजार पर गई। बीजबेहाड़ा स्थित दाराशिकोह पादशाही बाग में उन्होंने अपने पिता के मजार पर चादर और फूल चढ़ाने के बाद उनकी आत्मा की शांति के लिए दुआ भी की। उनके साथ उनकी बेटी भी थी।भाजपा आज लेगी फैसलाकेंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पीडीपी के साथ सरकार गठन को लेकर पार्टी विधायकों की कल बैठक बुलाई है। जिसके बाद इस पर फैसला लिया जाएगा। पर अब किसी नयी समस्या के आसार फिल्हाल नजर नहीं आ रहे हैं। उमर अबदुल्ला ने उठाया सवाल

राज्य के पूर्व सीएम उमर अबदुल्ला ने महबूबा मुफ्ती पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जब उन्हें सरकार बनानी ही थी तो जनता को ढाई महीने का इंतजार क्यों कराया गया गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुफती मोहम्मद सईद का गत सात जनवरी को निधन होने के बाद आठ जनवरी को राज्यपाल एनएन वोहरा ने राज्यपाल शासन लागू कर दिया था। पीडीपी और भाजपा मं एजेंडा ऑफ एलायंस को लेकर पैदा हुए गतिरोध के कारण सरकार नहीं बन पा रही थी। अलबत्ता, गत मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफती की बैठक में यह गतिरोध दूर हो गया। इससे राज्य में एक बार फिर पीडीपी-भाजपा गठबंधन सरकार के सत्तासीन होने की संभावना बन गई।

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Posted By: Molly Seth