हिन्दुस्तानी एकेडेमी में इसी माह अध्यक्ष की ताजपोशी, साथ में बनेगी पांच सदस्यीय कार्यकारिणी

ALLAHABAD: हिन्दी और उर्दू साहित्य की इलाहाबाद में स्थापित सबसे बड़ी बगिया हिन्दुस्तानी एकेडेमी का पुराना वैभव फिर से लाने की कवायद शुरू कर दी गई है। करीब एक साल के लम्बे अंतराल से एकेडेमी में अध्यक्ष की तैनाती भले ही अभी तक न की गई हो लेकिन अब एकेडेमी की पांच सदस्यीय साहित्यिक कार्यकारिणी गठित करने का निर्णय लिया गया है। यह वह कार्यकारिणी होगी जिसमें हिन्दी व उर्दू साहित्य के नामचीन विद्वान शामिल किए जाएंगे। कार्यकारिणी के गठन के साथ ही नए अध्यक्ष की भी ताजपोशी की जाएगी।

दस वर्ष बाद साहित्यिक कार्यकारिणी

एकेडेमी में दस वर्षो के लम्बे अंतराल के बाद साहित्यिक कार्यकारिणी का गठन किया जाएगा। एकेडेमी की अंतिम कार्यकारिणी पूर्व अध्यक्ष प्रो। योगेन्द्र प्रताप सिंह के कार्यकाल के दौरान वर्ष 2007 में की गई थी। इसे उस समय तीन माह बाद ही भंग कर दिया गया था। एकेडेमी प्रशासन की मानें तो कार्यकारिणी के जिम्मे पुस्तकों का प्रकाशन से लेकर पुरस्कार योजना और एकेडेमी के संव‌र्द्धन जैसे कार्यो की रूपरेखा बनाना होगा। इसकी एकेडेमी में सबसे ज्यादा भूमिका होती है।

डॉ। सुनील जोगी ने दिया था इस्तीफा

हिन्दुस्तानी एकेडेमी के पूर्व अध्यक्ष डॉ। सुनील जोगी ने प्रदेश में नई सरकार का गठन होने के बाद मार्च 2017 के अंतिम सप्ताह में अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद से अभी तक शासन स्तर से नए अध्यक्ष की नियुक्ति नहीं की जा सकी है। नियुक्ति में हो रही देरी के पीछे साहित्यिक कार्यकारिणी के गठन को वजह बताया जा रहा है। एकेडेमी प्रशासन की मानें तो 31 मार्च को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष के पहले नए अध्यक्ष के साथ विद्वानों की कार्यकारिणी का भी गठन एक साथ किया जाएगा।

हम लोग भी नए अध्यक्ष का इंतजार कर रहे हैं। ऐसी जानकारी मिली है कि कार्यकारिणी का गठन किया जा रहा है। कार्यकारिणी के साथ ही शासन अध्यक्ष की भी नियुक्ति करने के प्रयास में है।

रविनंदन सिंह, कोषाध्यक्ष, हिन्दुस्तानी एकेडेमी

Posted By: Inextlive