- बोर्ड बैठक में सफाई व्यवस्था से जुड़े सभी प्रस्तावों कर दिया निरस्त

-डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और नालों की सफाई आदि कई प्रोजेक्ट के लिए पास नहीं हुआ बजट

बरेली: पाषर्दो की मनमानी की वजह से एक बार फिर बरेली को क्लीन बनाने के लिए बजट पास नहीं हो पाया। जिससे पब्लिक को परेशानियों का सामना करना पडे़गा। 29 अगस्त को बोर्ड बैठक में शहर की सफाई व्यवस्था से जुड़ा एक भी प्रस्ताव पास नहीं हुआ। अफसरों ने प्रस्ताव पास कराने को पार्षदों से सहमति मांगी लेकिन पार्षदों ने नियम का उल्लंघन का तर्क देकर किसी भी प्रस्ताव को पास नहीं होने दिया। जिससे स्मार्ट सिटी बनाने के सारी योजनाएं धरी की धरी रह गई। वहीं अफसर जल्द से जल्द कार्यकारिणी की बैठक कराने के लिए नगर आयुक्त से मांग कर रहे है लेकिन मेयर और नगर आयुक्त ने पार्षदों की सहमति पर करीब तीन माह तक बैठक टालने की बात कही है।

पहले सहमति फिर प्रस्ताव

पार्षदों ने बैठक में तर्क दिया कि निगम की गाइड लाइन के अनुसार पहले इन प्रस्तावों को कार्यकारिणी की बैठक में पेश किया जाए। जिस पर विचार-विमर्श किया जाएगा। जिसके बाद ही प्रस्तावों को पास किया जाएगा।

ये अटके हुए हैं काम

डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, छोटे-बड़े नालों की सफाई और स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले विकास कार्य जिनसे लोगों का सीधा जुड़ाव है और शहर की छवि में चार चांद लगाने के लिए इन प्रस्तावों पर मुहर लगना सबसे ज्यादा जरुरी थी लेकिन इन अहम प्रस्तावों को ही बैठक में नामंजूर कर दिया गया।

100 करोड़ का था बजट

बैठक में रखे गए प्रस्तावों के अनुसार डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और नालों की सफाई के लिए पांच करोड़ तो स्मार्ट सिटी के तहत होने वाले विकास कार्यो के लिए करीब 100 करोड़ का बजट का प्रस्ताव रखा गया था। जिसे पार्षदों ने खारिज कर दिया।

वर्जन

शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखना अब बड़ा सवाल है। बोर्ड बैठक में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, नालों की सफाई और स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट के प्रस्ताव को नामंजूर किया है। अभी कार्यकारिणी की बैठक में होने में करीब तीन माह का समय लगेगा। इस कारण स्थिति बिगड़ेगी।

ईश शक्ति कुमार सिंह, अपर नगर आयुक्त।

Posted By: Inextlive