मध्य प्रदेश में करनी थी संजय यादव की हत्या, एके 47 और कार्बाइन का हो रहा था जुगाड़

पुरानी दुश्मनी में दी गई सुपारी, एक शूटर सुरक्षा व्यवस्था देख लौटा तो बनाई थी पूरी टीम

ALLAHABAD: एसटीएफ ने मेडिकल चौराहे के निकट जीआईसी स्कूल के पास से भाड़े पर हत्या, लूट व अपहरण करने वाले बड़े गिरोह के आठ सदस्यों को पकड़ने का दावा किया है। इनके पास से असलहे, कारतूस, मोबाइल, चार पहिया वाहन समेत कई कागजात मिले हैं। सभी हत्या के इरादे से इलाहाबाद के रास्ते मध्य प्रदेश जाने की तैयारी में थे। पकड़े गए बदमाश बिजनौर जेल में बंद कुख्यात अपराधी जितेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना सिंह उर्फ नेता गिरोह के सदस्य हैं। एसटीएफ का दावा है कि इन्होंने वहां एक शख्स की हत्या के लिए एक करोड़ की सुपारी ली थी।

जेल में हुई थी डील

एसटीएफ एएसपी प्रवीण सिंह चौहान ने बताया कि पकड़े गए बदमाशों में सेंधवा निवासी अनूप शर्मा ने बताया है कि उसकी दुश्मनी गांव के माफिया संजय यादव से है। संजय ने अनूप के चचेरे भाई नितिन शर्मा की हत्या करा दी। इसके बाद नितिन के भाई गोपाल ने संजय पक्ष के अधिवक्ता संजय झावर की हत्या कर दी। वह इंदौर जेल में बंद है। जेल में गोपाल की मुलाकात अपराधी शहनवाज निवासी सरायमीर से हुई। उसने मऊ जेल में बंद जावेद निवासी सरायमीर से बात कराई। जावेद ने बिजनौर जेल में बंद अपराधी जितेन्द्र प्रताप सिंह उर्फ मुन्ना सिंह उर्फ नेता से गोपाल का संपर्क कराया। नेता ने संजय यादव की हत्या की डील एक करोड़ में फाइनल की।

एके 47 व कार्बाइन की व्यवस्था

अनूप ने बताया कि संजय की हत्या के लिए विवेक नाम के बदमाश को लगाया गया था, लेकिन वह सुरक्षा व्यवस्था देखकर वापस लौट आया। तब उसकी हत्या के लिए स्वचालित असलहे एके-47 और कार्बाइन की जरूरत बताई गई। जावेद ने ऑटोमैटिक गन की व्यवस्था के लिए मदन यादव व संदीप निगम से बात की। साढ़े तीन लाख में एके 47 व कार्बाइन एक लाख बीस हजार में दिलाने की बात हुई। दो दिन पहले शूटरों को लेने के लिए विष्णु कुशवाहा व हरिश्चन्द्र शर्मा बिजनौर जेल मुन्ना से मिलने पहुंचे थे। मुन्ना ने बताया कि चार शूटर दीपक कुमार, मनप्रीत उर्फ मोहित, सरताज व चरनजीत होटल में रुके हैं। दोनों होटल पहुंचे और शूटरों से मिले। इसमें सहयोग करने के लिए जेल के सिपाहियों को पैसा भी दिया गया। इलाहाबाद में इन्हें पिस्टल व तमंचा कारतूस के साथ दिया गया। स्वचालित असलहा एक हफ्ते बाद एमपी के बड़वानी में देने की बात कही गई। जिस वाहन से ये इलाहाबाद पहुंचे वह सुपारी में मिली रकम से नई खरीदी गई है।

पकड़े गए अभियुक्त

अनूप शर्मा निवासी बड़वारी

विष्णु कुशवाहा निवासी बड़वारी

दीपक कुमार निवासी हापुड

मनप्रीत सिंह निवासी हापुड

सरताज अहमद निवासी बिजनौर

चरनजीत सिंह निवासी अमरोहा

हरिश्चन्द्र शर्मा निवासी राजस्थान

यह हुई बरामदगी

दो पिस्टल

एक रिवाल्वर

पांच तमंचा

21 कारतूस

एक चार पहिया वाहन

मोबाइल

तीन आधार कार्ड

नगद एक लाख रुपए

डेबिट व वीजा कार्ड

Posted By: Inextlive