RANCHI: मर्चेट नेवी में फर्जीवाड़े का खेल का तार पटना और वाराणसी से भी जुड़ गया है. पंडरा पुलिस इस मामले में छानबीन कर रही है. पंडरा पुलिस ने जो दस्तावेज जŽत किया है उससे पता चलता है कि इस खेल में पटना के कुछ सफेदशपोश भी शामिल हो सकते हैं पंडरा ओपी पुलिस ने बताया कि मामले का खुलासा करने के लिए पुलिस सबसे पहले रिटायर्ड अधिकारी जे खलखो की खोज कर रही है. वहीं पुलिस अधिकारी को मामले की तह तक जाने के लिए पटना और वाराणसी भेजा जाएगा. इसके लिए टीम गठित कर दी गई है. सीनियर अधिकारियों के आदेश का इंतजार है.

 

 

 

क्या है मामला

29 दिसंबर को हŽसी ग्राउंड, हेहल स्थित संत कोलंबस स्कूल में मर्चेट नेवी का एग्जाम लिया जा रहा था। उस स्कूल को चार हजार रुपए में एग्जाम के लिए हायर किया गया था। इसी दौरान परीक्षा में सीट नहीं मिलने की वजह से कैंडिडेट्स ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। शोर शराबा होने पर मंटू राय ने कुछ लोगों को पैसे लौटाना शुरू कर दिया। इस बात की भनक पंडरा ओपी पुलिस को मिली। पंडरा ओपी पुलिस ने मंटू राय को धर दबोचा तो पूरी कहानी खुल गई। उसने पुलिस को बताया कि उसे एग्जाम कंडक्ट कराने के कमीशन मिलते हैं। असली खेल जे खलखो करता है। उसका काम सिर्फ इतना होता था कि अखबारों में विज्ञापन प्रकाशित करवा कर, फीस वसूल कर, चुपके से एग्जाम लेकर, स्टूडेंट्स को प्रॉसपेक्टस देकर रफूचक्कर हो जाना।

19 जनवरी को भी था एग्जाम

उसने पुलिस को यह भी बताया कि कचहरी चौक पर स्थित सोनमति पैलेस में राय सेवन सीज एकेडमी में 107 फॉर्म रखे गए हैं, जो 19 जनवरी के एग्जाम से संबंधित है। पुलिस ने वहां छापेमारी कर संबंधित दस्तावेजों को जŽत कर लिया है। इस बाबत चान्हों Žलॉक के पोकरियो के किशन उरांव के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने इस मामले में ऑटो चालक मंटू राय को अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।

 

Posted By: Inextlive