राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने क्रिसमस से पहले उसको लेकर अपना एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा है कि जीसस क्राइस्ट के शब्द और कर्म आज की दुनिया में घाव भरने की शक्ति रखते हैं जो खुद को 'संघर्ष घृणा और हिंसा' से सताया हुआ पाता है।


नई दिल्ली (पीटीआई)। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने मंगलवार को कहा कि जीसस क्राइस्ट के शब्द और कर्म आज की दुनिया में उन लोगों के घाव भरने की शक्ति रखते हैं जो खुद को 'संघर्ष, घृणा और हिंसा से सताया हुआ' पाता है। क्रिसमस की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में, राष्ट्रपति ने भारत और विदेशों में, खासकर सभी ईसाई भाइयों और बहनों को क्रिसमस की बधाई दी।जीसस क्राइस्ट के रास्ते पर चलने का समय


राष्ट्रपति कोविंद ने कहा, 'हम ईसा मसीह के जन्म का जश्न मनाते हैं, जिनका जीवन प्रेम, करुणा और भाईचारा के संदेश का पालन करने के लिए मानवता से प्रेरित रहा है।आज, जब दुनिया खुद को संघर्ष, घृणा और हिंसा से सताया हुआ पाती है, तो उनके शब्द और काम घाव भरने और बाहर का रास्ता दिखाने की शक्ति रखते हैं। उन्होंने कहा कि यह समय जीसस क्राइस्ट द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलने और दयालु व अधिक समतावादी समाज बनाने का है।IIT रुड़की कॉन्वोकेशन सेरेमनी के चीफ गेस्ट होंगे राष्ट्रपति कोविंदसोमवार को पुदुचेरी पहुंचे थे राष्ट्रपति

बता दें कि राष्ट्रपति कोविंद सोमवार को पुदुचेरी यूनिवर्सिटी में पहुंचे थे। यहां उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, 'पुदुचेरी कवियों, देशभक्तों और पवित्र आत्माओं की भूमि है। इसमें आध्यात्मिकता और विशिष्ट समृद्ध विरासत का मिश्रण है। पांडिचेरी विश्वविद्यालय परिसर में स्वच्छ भारत को लागू करने वाला पहला विश्वविद्यालय बनने की राह पर है। यह जानकर खुशी हुई कि विश्वविद्यालय और उसके परिसर में व इसके आसपास के कॉलेजों ने कई गांवों को गोद लिया है।'

Posted By: Mukul Kumar