मनपसंद स्कूल में दाखिले के लिए पेरेंट्स पहुंच रहे ज्योतिषयों के पास

ग्रह, नक्षत्र और अंकों का ले रहे सहारा

Meerut। प्राइवेट स्कूलों में दाखिले की होड़ को देखते हुए अब पेरेंट्स ज्योतिषयों की शरण में पहुंच रहे हैं। हालत यह है कि बच्चे का एडमिशन शहर के नामी स्कूल में हो जाए इसके लिए अभिभावक न केवल पूजा-पाठ करा रहे हैं बल्कि बच्चों के नाम भी बदल रहे हैं। अभिभावक कलर, अंकशास्त्र समेत टोने-टोटके का भी सहारा ले रहे हैं।

बेहतर स्कूल में हो दाखिला

स्कूलों में एडमिशन शुरूहो चुके है। ऐसे में पेरेंट्स हर हाल में बच्चे को नामी स्कूल में दाखिल दिलाना चाहत हैं। दाखिले में कड़ी स्पर्धा को देखते पेरेंटस चिंतित हैं और एस्ट्रोलॉजर्स के दरवाजे पर पहुंच रहे हैं।

क्या कहते हैं ज्योतिष

कई ज्योतिषयों का कहना कि उनके पास इन दिनों कई पेरेंट्स बच्चों के एडमिशन से संबंधित समस्या लेकर आ रहे हैं। उनका फोकस अपने बच्चों के लिए एक बेहतर स्कूल चुनना है। साथ ही स्कूल में दाखिले के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा में बच्चा कौन से कलर के कपड़े, जूते पहने और उसे किस दिशा में अपना मुंह रखना चाहिए, इसका भी ध्यान अभिभावक रख रहे हैं।

नहीं लेना चाहते रिस्क

स्कूलों में दाखिले के नियम काफी सख्त हैं, ऐसे में पेरेंट्स कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। सुभाष नगर निवासी मयंक अग्रवाल कहते हैं कि अगर बच्चा अच्छे स्कूल से शिक्षा हासिल कर लेता हैं तो उसका फ्यूचर सिक्योर हो जाता है। एडमिशन में कोई परेशानी न आएं इसलिए ज्योतिष की सलाह पर बच्चे का नाम भी चेंज करा लिया है। शास्त्रीनगर के विकास का भी कुछ ऐसा ही मानना है। उनका कहना कि बच्चे के एडमिशन में कोई रिस्क नहीं लेना। प्रतिष्ठित स्कूल में एडमिशन हो गया तो टेंशन खत्म हो जाती है। इसके लिए उन्होंने भी ज्योतिष से सलाह ली है।

इनका है कहना

रोजाना 6 से 7 क्लाइंट मेरे पास इसी तरह के आते हैं, जो अपने बच्चे का दाखिला अच्छे स्कूल में कराना चाहते हैं। पेरेंट्स चाहते हैं कि बिना रुकावट बच्चे का एडमिशन हो जाए। इसके लिए हम अंकों व बच्चे का नाम चेक करते हैं कि बच्चे के नाम का क्या असर है या अंकों में उसकी क्या स्ि1थति हैं।

गोल्ड मेडलिस्ट डॉ। अनुराधा गोयल, एस्ट्रोलॉजर, गणपति ज्योतिष केंद्र

एडमिशन के लिए पेरेंट्स काफी परेशान होते हैं। अच्छे स्कूल में एडमिशन के लिए वह हर संभव कोशिश करते हैं। ज्योतिष के जरिए बच्चे के ग्रह-नक्षत्र आदि को देखा जा सकता है कि वह किस दिशा में बेहतर काम करेगा।

डॉ। टीकाराम, एस्ट्रोलॉजर, छीपी टैंक

Posted By: Inextlive