बनारस में मेट्रो अभी है दूर की कौड़ी
-कानपुर में metro work की शुरुआत के बाद PM के संसदीय क्षेत्र पहुंचे मेट्रो मैन ई श्रीधरन
-अधिकारियों संग meeting के बाद बोले, बनारस में मेट्रो चलाना है बड़ा चैलेंज, आज करेंगे निरीक्षण क्ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्गफ्ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढकानपुर में मेट्रो का शिलान्यास होने के बाद पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में मेट्रो के सपने को पूरा करने के लिए मेट्रोमैन पद्म विभूषण डॉ। ई। श्रीधरन गुरुवार को यहां पहुंचे। नदेसर स्थित एक सितारा होटल में रुके श्रीधरन ने अधिकारियों संग बैठक करने के बाद बनारस में मेट्रो चलाने को एक बड़ा चैलेंज माना। उन्होंने मीडिया के सवालों पर दो टूक कहा कि बनारस बहुत ही घना शहर है। इस कारण यहां मेट्रो का संचालन अत्यंत चुनौतीपूर्ण कार्य है। इसके बावजूद जो डीपीआर बना है उसे देखा जाएगा कि उसमें क्या समस्या सामने आती है। कहा कि मेट्रो के तकनीकी पक्ष जानने के लिए यहां आया हूं। अब देखना है कि कब और कैसे मेट्रो के कार्य की शुरुआत की जा सकती है।
राइट्स के अधिकारी भी पहुंचेश्रीधरन के साथ मीटिंग के लिए राइट्स के सीजीएम पियूष बंसल, एलएमआरसी के एमडी केशव कुमार और मुख्य नगर नियोजक रवि जैन भी गुरुवार को यहां पहुंचे। होटल द गेटवे ताज में श्रीधरन ने अधिकारियों संग अनौपचारिक मुलाकात में मेट्रो और उसके डीपीआर के बारे में जानकारी हासिल की। इसके बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि अधिकारियों के साथ बैठक और शुक्रवार को मेट्रो रूट और टर्मिनल का स्थलीय निरीक्षण करेंगे। इसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। मेट्रोमैन इसके बाद बाबा विश्वनाथ का दर्शन-पूजन करने के लिए चले गए।
हाईलाइट्स - ख्9.ख्फ् किलोमीटर का होगा मेट्रो रुट - दो रूट में होंगे कुल ख्म् स्टेशन - राइट्स ने मेट्रो के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कर दिया है - जिसपर कुल क्7000 करोड़ रुपये खर्च होने हैं - इसे ख्0ख्क् तक तैयार करने का है लक्ष्य - इसमें बीएचयू से भेल तक क्9.फ्फ् किलोमीटर के रूट में क्भ्.भ् किलोमीटर अंडरग्राउंड मेट्रो और शेष उपरिगामी होगी - इस रूट पर क्7 स्टेशन होंगे - दूसरे बेनियाबाग से सारनाथ रूट पर 9.88 किलोमीटर में 8.फ्फ् किलोमीटर अंडर ग्राउंड मेट्रो होगी -इसमें नौ स्टेशन होंगे