-सीएम से मिला जेडीए के प्रतिनिधि मंडल

-रघुवर दास के आश्वासन के बाद खत्म हुआ हड़ताल

JAMSHEDPUR: सीएम रघुवर दास के आश्वासन के बाद एमजीएम मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल के जूनियर डॉक्टरों हड़ताल समाप्त कर दिया। बुधवार की दोपहर से ओपीडी में मरीजों का इलाज शुरू हो गया। तीन महीने से सैलरी और स्टाइपंड नहीं मिलने पर जूनियर डॉक्टर सोमवार से हड़ताल पर थे।

सुपरिंडेंटेंड बोले, नहीं है एक्स्ट्रा बजट

एमजीएम हॉस्पिटल के सुपरिंटेंडेंट आरवाई चौधरी ने कहा किएक्स्ट्रा बजट जब तक पास नहीं होता, तब-तक स्टइपंड नहीं मिल सकता है। एमजीएम हॉस्पिटल का सालाना बजट चार करोड़ रुपए है, जबकि हेल्थ डिपार्टमेंट से फ्भ् लाख पेमेंट होता है। इसका भुगतान स्टाइपंड, वेतन के रूप में मार्च-अप्रैल में किया गया है। हेल्थ सेक्रेटरी के पास रिमाइंडर भेजा जा चुका है। आज फिर से रिमाइंडर भेजा जाएगा। जब-तक हेल्थ डिपार्टमेंट से जवाब नहीं आता हम कुछ नहीं कर सकते हैं।

सीएम ने जताई सहमति

पिछले दो दिनों तक हड़ताल पर रहे जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन (जेडीए) के एक डेलीगेट्स ने सीएम रघुवर दास से वेडनस डे को सुबह सर्किट हाउस भेंट की। डेलीगेट्स ने रिम्स और पीएमसीएच की तर्ज पर स्टाइपेंड अवेलेबल कराने की मांग की। जेडीए के डेलिगेट्स ने बताया कि मांगों पर सीएम ने सहमति जताई है। सीएम ने आश्वासन दिया है कि जल्दी ही उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा। जूनियर डॉक्टरों ने पिछले फ् महीने से स्टाइपेंड नहीं मिलने पर आंदोलन का बिगुल फूंक दिया था। मंड से एमजीएम के सभी जूनियर डॉक्टर कलमबंद हड़ताल पर चले गए थे। जेडीए के मेंबर्स का कहना है कि यदि दो दिनों के अंदर उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो फिर से हड़ताल पर चले जाएंगे।

सामान्य हुई हॉस्पिटल की व्यवस्था

कोल्हान प्रमंडल के सबसे बड़े गवर्नमेंट हॉस्पिटल में हड़ताल असर देखने को मिला था। हड़ताल के दोनों ही दिन ओपीडी के बाहर मरीजों की लंबी लगती थी। मरीज को भी काफी परेशानी हो रही थी। जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल खत्म होने के बाद बुधवार को हॉस्पिटल में सेवाएं सामान्य हुईं। मरीजों का इलाज भी फौरन शुरू कर दिया गया है। ओपीडी का संचालन भी सामान्य रूप से हो रहा है।

Posted By: Inextlive